1. Delhi-Mumbai Expressway: दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है.
दिल्ली-मुंबई के बीच की सड़क की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी. यात्रा के समय में भी 50 प्रतिशत की कमी आयेगी. पहले जहां यात्रा में 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे.
2. Dwarka Expressway: यह देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे है और इसे 9000 करोड़ रुपए की लागत के साथ बनाया जा रहा है. यह एक्सप्रेसवे लगभग 29 किलोमीटर लंबा है. दिल्ली और हरियाणा को आपस में जोड़ने के लिए इस एक्सप्रेसवे का खास महत्व रहेगा.
3. Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरने वाला यह एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है, जिसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर होगी. गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज जिले के जूडापुर दांडू से शुरू होकर मेरठ जिले में बिजौली तक बिना किसी बाधा के यात्रा का विकल्प देगा. मेरठ से प्रयागराज का सफर 11 घंटे से 8 घंटे हो जाएगा.
4. Mumbai Nagpur Expressway: महाराष्ट्र मे मुंबई से नागपुर जाने के लिए बालासाहेब ठाकरे समृद्धि एक्सप्रेस वे तैयार किया जा रहा है. 701 किमी. लंबी इस परियोजना में जंगली जानवरों के गुजरने के लिए 17 अंडरपास यानी सड़के के नीचे से मार्ग दिए गए हैं. नागपुर-मुंबई एक्सप्रेस वे के जरिये महाराष्ट्र के बड़े शहरों को जोड़ने में मदद मिलेगी.
5. Delhi-Amritsar-Katra Expressway: दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की मदद से देश की राजधानी से सिर्फ 6 घंटे में कटरा तक का सफर पूरा हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 670 किमी. होगी. पिछले साल अक्टूबर तक एक्सप्रेसवे की 408 किलोमीटर लंबाई पर काम शुरू हो चुका था और वित्तीय वर्ष 2024-2025 में इसके तैयार होने की उम्मीद है.
6. Ahmedabad-Dholera Expressway: यह एक्सप्रेसवे अहमदाबाद और धोलेरा को जोड़ने तथा धोलेरा के कई विशेष निवेश क्षेत्रों को अहमदाबाद से जोड़ने में काम काम आएगा. यह देश में अपने आप में एक अनोखा एक्सप्रेस-वे है. इसकी चौड़ाई 120 मीटर है. इसमें से 90 मीटर पर एक्सप्रेस-वे होगा और 30 मीटर चौड़ी पट्टी पर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम बनाया जाएगा.
7. Bangalore-Chennai Expressway: चेन्नई बैंगलोर एक्सप्रेसवे चेन्नई को बेंगलुरु से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है; यह दक्षिण भारत के तीन राज्यों से होकर निकलने वाला है. इस एक्सप्रेस वे से चेन्नई और बेंगलुरु के बीच की दूरी करने में केवल 6 से 7 घंटे ही लगेंगे.
8. Amritsar-Jamnagar Expressway: अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग होगा. इस एक्सप्रेसवे के कारण अमृतसर-जामनगर के बीच सफर में लगने वाला समय आधा हो जाएगा. एक्सप्रेसवे से दूरी घटकर 1224 किलोमीटर के करीब और समय 13 घंटे हो जाएगा.
9. Varanasi Kolkata Expressway: वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे यूपी के वाराणसी से पश्चिम बंगाल के कोलकाता तक बनेगा. वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद दोनों शहरों के बीच की दूरी 7 घंटे में पूरी होगी अभी 14 घंटे लगते हैं. 610 किलोमीटर के 8 लेन एक्सप्रेसवे का ज्यादातर हिस्सा (242 किलोमीटर) पश्चिम बंगाल में बनेगा.
10. Raipur-Visakhapatnam Expressway: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम तक सड़क मार्ग से जोड़ने वाली भारत माला एक्सप्रेसवे का काम शुरू गया है. लगभग 465 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. इस सड़क मार्ग में बीच में केशकाल घाट में लगभग 30 लाख साल पुराना पहाड़ है, जिसे काटकर टनल बनाया जाएगा.