Natural Antivirals Herbs In Hindi: सर्दियों के मौसम में वायरल इंफेक्शन और मौसमी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके पीछे की वजह सर्दियों में हमारे इम्यून सिस्टम का कमजोर होना है।
कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग सर्दी-जुखाम, खांसी, बुखार और वायरल संक्रमण की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। हालांकि, ऐसी कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां हैं, जो वायरल इंफेक्शन को दूर रखने में मददगार साबित हो सकती हैं। ये हर्ब्स एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होती हैं। आयुर्वेद में इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए किया जाता है। ये सभी हर्ब्स इम्यूनिटी को मजबूत बनाती हैं और कई गंभीर बीमारियों को दूर रखती हैं। तो चलिए जानते हैं इन एंटी-वायरल हर्ब्स के बारे में विस्तार से –
1. तुलसी
तुलसी में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। तुलसी एंटी-वायरल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है। ये गुण वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। एक स्टडी के मुताबिक, तुलसी में एपीगेनिन और ऑर्सोलिक एसिड जैसे योगिक होते हैं, जो हेपेटाइटिस बी, दाद और एंटरोवायरस पर प्रभावी हो सकते हैं। तुलसी का काढ़ा या चाय पीने से सर्दी-खांसी, जुखाम, बुखार और पेट दर्द से राहत मिल सकती है।
2. अदरक
अदरक में एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों से बचाव करते हैं। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण भी होते हैं। अदरक का सेवन गले और पेट के इंफेक्शन में प्रभावी होता है। अदरक में जिंजरोल और जिंजरोन जैसे योगिक होते हैं, जो शरीर में वायरस के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं। अदरक की चाय या काढ़ा का सेवन करने से पेट में दर्द, गले की खराश, जुखाम और सिरदर्द से राहत मिलती है।
3. काली मिर्च
काली मिर्च भी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। काली मिर्च में आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम और पैपरीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। सर्दी-खांसी, बुखार और जुखाम में काली मिर्च के सेवन से काफी आराम मिलता है। काली मिर्च को शहद के साथ मिलाकर खाने से गले की खराश से राहत मिलती है।
4. सौंफ
सौंफ का इस्तेमाल माउथ फ्रेशनर के तौर पर किया जाता है। सौंफ एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होती है। सौंफ के बीज का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। यह वायरस से लड़ने और सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकती है। सौंफ का सेवन पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।
5. अर्जुन की छाल
आयुर्वेद में अर्जुन की छाल का विशेष महत्व बताया गया है। इसकी छाल का इस्तेमाल कई गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जाता है। अर्जुन की छाल में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर और जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। अर्जुन की छाल में एंटीवायरल गुण भी मौजूद होते हैं, जो सर्दी जुखाम और वायरल बीमारियों से बचाव करते हैं। अर्जुन की छाल का उपयोग दिल की बीमारियों को कम करने में भी किया जाता है।
इन सभी आयुर्वेदिक हर्ब्स में एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं। इन जड़ी-बूटियों का सही तरीके से सेवन करने से कई गंभीर रोगों को दूर किया जा सकता है। हालांकि, आपको इनका सेवन एक्सपर्ट से सलाह के बाद ही करना चाहिए।