बर्मिंघम : कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान विमेंस सिंगल्स के राउंड ऑफ 32 मुकाबले के दौरान पाकिस्तानी प्लेयर शहजाद चोटिल हो गई। पाकिस्तान की शहजाद के चोटिल होने के बाद आकर्षी ने उन्हें दिलासा दिया। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की रहने वाली है आकर्षी कश्यप। आकर्षी द्वारा दिखाए गए इस खेल भावना की हर जगह तारीफ हो रही है।
देखिए वीडियो :
*#Aakarshikashyap ने #CommonwealthGames में दिखाया खेल भावना
*मुकाबले के दौरान पाक प्लेयर शहजाद चोटिल हो गईं
*शहजाद को चोटिल होने के बाद दिलासा देती दिखी आकर्षी
*छत्तीसगढ़ के @DurgDist की रहने वाली है @AakarshiK
खेल भावना की हर तरफ हो रही है तारीफ@ChhattisgarhCMO @Media_SAI pic.twitter.com/NRtmFWZ1dj— COUNTRY NEWS TODAY (@Countrynewstday) August 5, 2022
कौन कहता है कि भारत और पाकिस्तान खेल के मैदान में हमेशा चिढ़े रहते हैं। भारत की राइजिंग स्टार आकर्षी कश्यप पाकिस्तान की नेशनल चैंपियन महूर शहजाद को उनके चोटिल होने के बाद दिलासा देती देखी गई हैं। यह वाकया कॉमनवेल्थ गेम्स के सातवें दिन गुरुवार को देखने को मिला जब विमेंस सिंगल्स के राउंड ऑफ 32 मुकाबले के दौरान पाक चैंपियन चोटिल हो गईं। चोटिल शहजाद के मैच के हटने के बाद अकर्षी ने उन्हें दिलासा दिलाई। पाकिस्तानी स्टार को एंकल में चोट आई थी।
पहला गेम जीत चुकी थीं अकर्षी
जब शहजाद चोटिल होकर रिटायर हर्ट हुईं तब आकर्षी एक गेम जीत चुकी थीं और दूसरे में 1-7 की बढ़त पर थीं। एक समय आकर्षी पहले गेम पर 20-18 से पीछे चल रही थीं। फिर भारतीय स्टार ने लगातार 4 अंक लेकर जोरदार वापसी करते हुए गेम अपने नाम कर लिया।
हमेशा से चिर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं भारत-पाक
बता दें कि भारत-पाक को हमेशा से चिर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं। खेल का मैदान हो या राजनीति का मंच, लेकिन जब खेल भावना की बात आती है तो दोनों देशों के खिलाड़ियों ने आपस में खेल भावना दिखाई है। फिर चाहे वह शोएब अख्तर और सचिन तेंदुलकर की रायवलरी हो या फिर विराट-बाबर की।
सफलता का कोई शार्टकट नहीं
भिलाई की 21 वर्षीय बैडमिंटन खिलाड़ी आकर्षी कश्यप ब्रिटेन के बर्मिंघम में आयोजित हुए कामनवेल्थ गेम्स-2022 में भारतीय दल का हिस्सा रहीं। भारतीय दल को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। आकर्षी ने अपने दोनों मुकाबले शानदार प्रदर्शन कर जीत लिए थे। आकर्षी ने बताया कि सभी को गोल्ड की उम्मीद थी। लेकिन सिल्वर से संतोष करना पड़ा।
वहीं, आकर्षी ने चर्चा के दौरान कहा कि उन्होंने मैच से लेकर टीम गेम में बहुत कुछ सीखा है। आगामी आने वाले समय में देश के लिए बेहतर खेल का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने अपनी इस स्थिति को पाने के लिए कड़ा संघर्ष किया है। जिसके पीछे उनके माता-पिता का योगदान है। आकर्षी कश्यप ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि सफलता का कोई शार्टकट रास्ता नहीं है। परिश्रम से ही लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है। आकर्षी, बैडमिंटन में इंडिया रैंकिंग नंबर वन और वर्ल्ड में 57वीं रैंक पर हैं। आकर्षी से बात-चीत के कुछ अंश।