रायपुर 21 जनवरी 2023: गुढ़ियारी के दही हांडी मैदान में चल रही बागेश्वर धाम सरकार ने श्रद्धालुओं को मंत्र दिया, भगवान में आस्था है तो उलझनों में भी रास्ता है.शुक्रवार को दिव्य दरबार सुबह 11 बजे के आस पास शुरू हुआ. गद्दी में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बैठे. इसके बाद अर्जी लगाने का दौर शुरू हो गया. गद्दी में बैठे शास्त्री ने लाखों की भीड़ से श्रद्धालुओं को उनके नाम से बुलाया, लेकिन दिव्य दरबार की असली कहानी की तलाश करने पहुंचा एबीपी न्यूज़ वो हर गुंजाइश तलाशने में लगा था कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कही हर बात सही है या नहीं. दिव्य दरबार में अंतिम अर्जी एबीपी न्यूज के पत्रकार ज्ञानेंद्र तिवारी की लगी.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि आप पत्रकारों में जिस पत्रकार के चाचा का नाम भृगुनाथ तिवारी हो वो आ जाए. तब एबीपी न्यूज के पत्रकार ज्ञानेंद्र तिवारी ने जवाब दिया. जी हां चाचा भोपाल के हैं और अभी मथुरा में रहते हैं. इसके बाद फिर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पूछा कि क्या तुम्हारे भाई का नाम राघवेंद्र तिवारी है? क्या तुम्हारे भाई ने मकान बनवाया है? इसका जवाब भी सही निकला. दो दिन पहले ही बड़े भाई राघवेंद्र तिवारी ने नए घर में गृहप्रवेश किया है. इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ज्ञानेंद्र तिवारी की भतीजी का नाम भी सही बताया. अर्जी का एक और पन्ना जो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पहले से लिखकर रखा था.