BENGAL
BENGAL ELECTION 2021 : छठे चरण में भाजपा-तृणमूल के बीच वर्चस्व की जंग, हिंसा की आशंका बढ़ी


- 22 अप्रैल को बंगाल में होगा छठे चरण का मतदान
- चार जिलों की 43 सीटों पर मतदान करेंगे मतदाता
- केंद्रीय सुरक्षा बलों की 1071 कंपनियां रहेंगी तैनात
कोलकाता : बंगाल में विधानसभा चुनाव के आठ में से पांच चरणों का मतदान हो चुका है। छठे चरण का मतदान 22 अप्रैल को होगा। शुरुआती चार चरणों में चुनावी हिंसा की कई घटनाएं हुईं, इनमें कूचबिहार हिंसा में पांच लोगों की मौत तक हो गई थी। वहीं, छठे चरण में चार जिलों की जिन 43 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है वहां लड़ाई वर्चस्व की है। इन जिलों की अधिकांश लोकसभा सीटों पर भाजपा काबिज है तो अधिकतर वर्तमान विधायक सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के हैं। ऐसे में छठे चरण के दौरान भी हिंसा की आशंका है। वहीं, चुनाव आयोग भी इसे लेकर सतर्क है और ऐसी किसी भी घटना से बचने के इंतजाम कर रहा है।
RO-NO-12027/80
केंद्रीय सुरक्षा बलों की 1071 कंपनियां तैनात
निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए छठे चरण में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 1,071 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है। बता दें कि छठे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार सोमवार शाम साढ़े छह बजे समाप्त हो गया था। मतदान सुबह सात बजे से शाम 6.30 बजे के बीच होगा। उत्तर 24 परगना जिले के 17 निर्वाचन क्षेत्रों के अलावा नादिया और उत्तर दिनाजपुर जिलों में नौ-नौ तथा पूर्व बर्द्धमान जिले की आठ सीटों पर मतदान कराया जाएगा। इसके लिए कुल 14,480 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में 1.03 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।

चार जिलों की 43 विधानसभा सीटों का गणित
पांचवें चरण में उत्तर दिनाजपुर जिले की सभी नौ सीटों पर, नदिया जिले की 17 में से नौ सीटों पर, उत्तर 24 परगना की 33 में से 17 सीटों पर और बर्धमान जिले की 24 में से आठ सीटों पर मतदान होगा। इनमें उत्तर दिनाजपुर में लोकसभा की तीनों सीटों पर भाजपा के सांसद हैं। वहीं, नौ विधानसभा सीटों में से छह पर तृणमूल के विधायक हैं, वहीं, सीपीएम, फॉरवर्ड ब्लॉक और कांग्रेस का एक-एक विधायक है। नदिया जिले की बात करें तो यहां की दो लोकसभा सीटों में एक पर भाजपा और एक पर तृणमूल का कब्जा है। वहीं 17 विधानसभा सीटों में तृणमूल के 13, कांग्रेस के दो और लेफ्ट और भाजपा का एक-एक विधायक है।
उत्तर 24 परगना जिले में आने वाली दो लोकसभा सीटों में से एक-एक भाजपा और तृणमूल के पास है। वहीं, जिले की 12 विधानसभा सीटों में नौ पर तृणमूल के विधायक हैं। वहीं, दो विधायक सीपीएम के हैं और एक सीट भाजपा के पास है। बर्धमान जिले में आने वाली तीन लोकसभा सीटों में से एक पर तृणमूल और दो पर भाजपा का सांसद है। वहीं, आठ विधानसभा सीटों में से सात तृणमूल के पास हैं और एक पर लेफ्ट का कब्जा है। माना जा रहा है कि लोकसभा सीटों पर भाजपा और विधानसभा सीटों पर तृणमूल के नियंत्रण के चलते दोनों पार्टियों के बीच जबरदस्त टक्कर रहेगी और इसी के चलते हिंसा की आशंका बढ़ी है।
पांचवें चरण में हुआ 82.49 फीसदी मतदान



BENGAL
कोरोना ने फिर बढ़ाई चिंता : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा- XE अब तक का सबसे अधिक तेजी से फैलने वाला स्ट्रेन


National Desk : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस का एक नया म्यूटेंट मिला है। इसे XE के नाम से जाना जाता है। यह ओमिक्रॉन के BA.2 सब वैरिएंट की तुलना में लगभग दस प्रतिशत अधिक संक्रामक प्रतीत होता है। आपको बता दें कि Omicron का BA.2 सब-वेरिएंट कोविड-19 का अब तक का सबसे अधिक संक्रामक स्ट्रेन था। यह दुनिया के कई देशों में फैल रहा है। यह अमेरिका में नए कोविड-19 के मामलों के प्रसार के लिए जिम्मेदार है।
RO-NO-12027/80
कोरोना वायरस का नया वैरिएंट XE ओमिक्रॉन के दो संस्करणों – BA.1 और BA.2 से मिलकर बना है। यह इस समय दुनिया भर में केवल कुछ ही मामलों के लिए जिम्मेदार है।

कहां पाया गया है XE?
डब्ल्यूएचओ ने इस सप्ताह की शुरुआत में जारी एक रिपोर्ट में कहा, “एक्सई रीकॉम्बिनेंट (बीए.1-बीए.2), पहली बार 19 जनवरी को यूके में पाया गया था। तब से 600 से कम अनुक्रमों की रिपोर्ट और पुष्टि की गई है।” WHO ने कहा, “शुरुआती अनुमान के मुताबिक, बीए.2 की तुलना में यह नया सब-वैरिएंट 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक है। हालांकि इस दावे को और पुष्टि की आवश्यकता है।”
अन्य म्यूटेंट
यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के एक अध्ययन के अनुसार, वर्तमान में तीन नए वैरिएंट का प्रसार हो रहा है। इनमें एक्सडी, एक्सई और एक्सएफ शामिल है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, XD डेल्टा ज्यादातर फ्रांस, डेनमार्क और बेल्जियम में पाया गया है। इंपीरियल कॉलेज लंदन के वायरोलॉजिस्ट टॉम पीकॉक के अनुसार, एक्सडी एक से अधिक देशों में फैल गया है।
ओमिक्रॉन के BA.1 और BA.2 से मिलकर XE बना है। यह ब्रिटेन में पाया गया है और सामुदायिक प्रसार के सबूत मिले हैं। वहीं, XF ओमिक्रॉन के डेल्टा और BA.1 से बना है। यह ब्रिटेन में पाया गया था, लेकिन 15 फरवरी के बाद से इसका पता नहीं चला है।


BENGAL
बड़ी खबर : ममता सरकार को झटका, बीरभूम हिंसा की जांच करेगी CBI, कलकत्ता हाई कोर्ट ने दिया आदेश


कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा की सीबीआई जांच होगी। कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को यह आदेश दिया। साथ ही अदालत ने 7 अप्रैल तक इस मामले में रिपोर्ट दाखिल करने के लिए भी कहा है। फिलहाल इस केस की जांच SIT कर रही है।
RO-NO-12027/80
सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दाखिल की गई है, जिसमें बीरभूम में आग लगने की घटना में आठ लोगों के मारे जाने के मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है। यह याचिका हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दाखिल की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि स्थानीय अधिकारी राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रभाव के चलते इस भयानक वारदात के असली मुजरिमों को बचाने के प्रयास कर रहे हैं।



BENGAL
TMC नेता की हत्या के बाद, फूंके घर 10 लोग जिंदा जले ; हिंसा और जंगलराज के हवाले है बंगाल – राज्यपाल जगदीप धनखड़


कोलकाता, बीरभूम : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक टीएमसी नेता की हत्या के बाद हुई हिंसा में 8 लोगों के जिंदा जलाए जाने पर गवर्नर जगदीप धनखड़ ने दुख जताया है। इसके साथ ही राज्यपाल ने बंगाल सरकार पर भी निशाना साधा है। अपना एक वीडियो ट्वीट करते हुए जगदीप धनखड़ ने लिखा, ‘भयानक हिंसा और आगजनी की घटना से संकेत मिलता है कि राज्य हिंसा की संस्कृति और जंगलराज के हवाले है। अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है। इस बारे में चीफ सेक्रेटरी से मैंने रिपोर्ट तलब की है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं।’ इस बीच ममता बनर्जी सरकार ने घटना की जांच के लिए एक कमिटी का गठन कर दिया है।
RO-NO-12027/80
राज्यपाल ने कहा, ‘इस घटना से मुझे गहरा दर्द हुआ है। मैंने इस संबंध में रिपोर्ट तलब की है।’ राज्यपाल के इस बयान को लेकर राज्य सरकार की ओर से कोई रिएक्शन नहीं आया है। बता दें कि टीएमसी के पंचायत लीडर भादू शेख पर बम फेंककर 4 बदमाशों ने हमला कर दिया था और भाग गए थे। इसके बाद टीएमसी नेताओं के ही एक गुट ने हिंसा को अंजाम देना शुरू कर दिया और कई घरों को आग लगा दी गई। इसी घटना में करीब 10 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। हालांकि प्रशासन ने 8 लोगों के ही मारे जाने की पुष्टि की है।

कहा जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की आपसी गुटबाजी के चलते यह घटना हुई है। हालांकि टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज किया है और बीरभूम जिले के नेता ने कहा था कि यह घटना आगजनी के चलते नहीं बल्कि शॉर्ट सर्किट की वजह से हुई है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के हवाले से कहा था कि एक ही घर से 7 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। ये शव इतनी बुरी तरह से जले थे कि उन्हें पहचान पाना ही मुश्किल था। यही नहीं यह तक जान पाना मुश्किल था कि मरने वाले महिला, पुरुष अथवा नाबालिग थे।


-
आस्था7 days ago
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे में जिस जगह पर शिवलिंग मिला उसे तुरंत सील करने का कोर्ट ने दिया आदेश ; वजू पर पाबंदी
-
क्राइम6 days ago
छत्तीसगढ़ : रायपुर में अनाज कारोबारी से 50 लाख की लूट ; डूमरतराई में 9 बाइक सवारों ने घेरकर पीटा ; फिर बैग लेकर हुए फरार
-
Special News4 days ago
CG : कभी नक्सली कमांडर रहे मड़कम मुदराज ने CM को सुनाई आपबीती…कहा आत्मग्लानि में किया सरेंडर, आज हूं इंस्पेक्टर : देखिए वीडियो
-
क्राइम6 days ago
CG : मीना खलखो हत्याकांड में 3 पुलिसकर्मी बरी, बलरामपुर में नक्सली बताकर युवती की हुई थी हत्या ; 11 साल बाद कोर्ट का फैसला
-
राजनीति7 days ago
छत्तीसगढ़ में भाजपा का जेल भरो आंदोलन जारी, रायपुर में बृजमोहन अग्रवाल सहित 2000 कार्यकर्ता गिरफ्तार ; अन्य जिलों में भी जारी है प्रदर्शन
-
Special News7 days ago
छत्तीसगढ़ : Dial 112 की टीम ने बचाई एक और जान : बिलासपुर में पंखे से फंदा लगाकर सुसाइड का प्रयास कर रहे युवक को पुलिस ने बचाया
-
राज्य एवं शहर6 days ago
छत्तीसगढ़ में घायल होते-होते बचा BSP कर्मी का परिवार : सेक्टर -1 में गिर गई घर की छत, जर्जर मकानों में प्रबंधन नहीं दे रहा ध्यान
-
CORONA VIRUS7 days ago
छत्तीसगढ़ में आज 3 कोरोना मरीज मिले, 4 हुए ठीक ; सक्रिय मामले 19 ; केवल 7 जिलों में एक्टिव केस