आज के युवा नौकरी से ज्यादा खुद के कारोबार को तरजीह दे रहे हैं. ऐसे में कम पैसे में एक निश्चित आय तो मिलना इस बिजनेस में तय है. यह सुपरहिट बिजनेस से हर महीने लाखों की कमाई कर सकते हैं. इस कारोबार में सरकार भी आपकी मदद करेगी. हम बात कर रहे हैं बकरी पालन कारोबार की. बकरी पालन कारोबार पशुपालक को लिए बहुत ही लाभदायक है. भारत में बहुत से लोग बकरी पालन से मोटी रकम कमा रहे हैं.
पशुपालक यहां से उच्च नस्ल की बकरियां ले जा सकेंगे.आपको बता दें किसानों के बकरीपालन के क्षेत्र में ज्यादा रुचि नहीं लेने का कारण यह था कि यहां उच्च नस्ल की बकरियां उपलब्ध नहीं थी और उन्हें बाहर से मंगवानी पड़ती थी. जिसे लाने का ही व्यय काफी हो जाता था, जिसके कारण से पशुपालक बकरीपालन व्यवसाय में हाथ आजमाने से डरते थे. अब गौठान से ही पशुपालक यह उच्च नस्ल की बकरियां ले जा सकेंगे. इससे बकरीपालन को लेकर बढिय़ा वातावरण जिले में बनेगा और यहां के पशुपालक को भी फायदा होगा.
उस्मानाबादी नस्ल की बकरियों के बारे में
एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फार बायोटेक्नालाजी इनफार्मेशन) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सामान्य रूप से बकरियों में एक बच्चे को जन्म देने की दर 61.96 प्रतिशत, दो बच्चे को जन्म देने की दर 37.03 प्रतिशत और तीन बच्चे को जन्म देने की दर 1.01 प्रतिशत होती है. इस लिहाज से उस्मानाबादी बकरियां गुणात्मक वृद्धि के दृष्टिकोण से काफी बकरीपालकों के लिए काफी उपयोगी साबित होती हैं. उस्मानाबादी प्रजाति की बकरियों की ट्विनिंग रेट अर्थात दो बच्चे देने की क्षमता लगभग 47 प्रतिशत तक होती है. इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अच्छी होती है. बेहतर तरीके से पालन हो तो इनकी ग्रोथ काफी तेज होती है.