लखनऊ : लखनऊ पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एयरपोर्ट से बाहर जाने से रोका गया तो वे एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए हैं। सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया है कि पहले उनके लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई, अब उन्हें एयरपोर्ट के बाहर जाने से रोका जा रहा है।
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लखीमपुर खीरी कांड के बाद वहां जाने की कोशिश कर रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को फिर लखनऊ पहुंच गए। वहां उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हवाई अड्डे से बाहर निकलने से रोक दिया। उन्हें वहीं से वापस जाने को कहा जा रहा है। इसके विरोध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हवाई अड्डे के भीतर ही धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ उनके सुरक्षाकर्मी और कुछ कांग्रेस नेता भी हैं।
CM भूपेश बघेल दोपहर 12.20 वाली इंडिगो की नियमित उड़ान से दिल्ली से लखनऊ के लिए रवाना हुए थे। वहां से वे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय नेहरु भवन जानेवाले थे। यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस और स्थानीय नेताओं के साथ बैठक प्रस्तावित थी। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं मिली थी। हालांकि उन्हें रोकने के लिए सोमवार जैसा कोई आदेश भी अभी तक सामने नहीं आया था।
बताया जा रहा है, सोमवार दोपहर के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उत्तर प्रदेश जाने की कोशिशें तेज की थी। एक सुझाव आया था कि सड़क के रास्ते दिल्ली से उत्तर प्रदेश में घुसा जाए और लखीमपुर की ओर तेजी से बढ़ा जाए। बाद में हवाई जहाज से लखनऊ जाने की योजना बनी। मंगलवार सुबह तय हुआ कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 12.20 की नियमित उड़ान से दिल्ली से लखनऊ जाएंगे। दो बजे तक उनके हजरतगंज स्थित नेहरु भवन पहुंचने की योजना थी। कांग्रेस ने दो बजे उनकी स्थानीय प्रेस प्रतिनिधियों के साथ बातचीत तय की थी। मुख्यमंत्री ने कहा है, उन्हें लखनऊ हवाई अड्डे से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को दिया लखीमपुर चलने का न्यौता
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लखीमपुर चलने का निमंत्रण दिया। उन्होंने लिखा, “आदरणीय मोदी जी, आजादी का अमृत महोत्सव मनाने से पहले आइए एक बार लखीमपुर चलते हैं।’ बाद में उन्होंने कहा, अभी तक घटना के आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता उसी प्रदेश में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, जहां अन्याय हुआ है।