बीजापुर : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने सोमवार रात रेत खनन में लगे 5 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। इनमें हाइवा ट्रक, JCB और पोकलेन शामिल हैं। बताया जाता है कि यह सभी वाहन जगदलपुर-बीजापुर नेशनल हाईवे 63 के किनारे मिंगाचल के रेत खदान में लगे हुए थे। जानकारी के अनुसार करीब 15 से ज्यादा माओवादी यहां पहुंचे और उन्होंने आगजनी की वारदात को अंजाम दिया है। मौके पर पुलिस से पहले फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। मामला जिले के नैमेड थाना क्षेत्र का है। एसपी पंकज शुक्ला ने मामले की पुष्टि की है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार रात करीब 10 से 11 बजे के बीच जंगल की तरफ से नक्सलियों रेत खदान में पहुंच गए। उन्होंने वहां खड़े वाहनों का डीजल टैंक फोड़ा, फिर उसमें आग लगा दी। इसके बाद नक्सलियों जंगल की ओर भाग निकले। कुछ देर बाद इस वारदात की जानकारी बीजापुर जिले के फायर ब्रिगेड की टीम को मिली। मौके पर दो फायर ब्रिगेड पहुंची। जिन्होंने रात में ही आग पर काबू पा लिया था।
एक दिन में चार नक्सली वारदात
बीजापुर जिले में नक्सली लगातार उत्पात मचा रहे हैं। 24 घंटे में माओवादियों ने तीसरी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। इससे पहले सोमवार-रविवार की रात को कुटरू थाना इलाके में CAF के कैंप में माओवादियों ने हमला किया था। इस वारदात में 4 जवान घायल हुए थे। 2 जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया था, जबकि 2 जवानों का बीजापुर के जिला अस्पताल में ही इलाज चल रहा है।
इसी रात नक्सलियों ने इंद्रावती नदी पार स्थित मंगनार गांव सड़क निर्माण कार्य में लगी 6 ट्रैक्टर को आग के हवाले किया था। ये सभी वाहनें पंचायत भवन के सामने खड़ी थी। इस बीच जंगल की तरफ से पहुंचे माओवादियों ने वाहनों का डीजल टैंक फोड़कर आग लगा दी थी। साथ ही जिस जगह वारदात को अंजाम दिया था वहां पर बैनर चस्पा कर सड़क निर्माण का विरोध भी माओवादियों ने किया था।
दूसरी ओर नारायणपुर में नक्सलियों ने ओरछा मार्ग पर रायनार के पास सड़क खोद दी। सड़क से डामर उखाड़कर सड़क पर ही मेड़ बना दिया। नक्सलियों ने बस्तर फाइटर भर्ती का विरोध किया है। इस वजह से क्षेत्र में आवागमन पूरी से तरह बंद कर दिया गया है। यात्री बसें मौके से वापस लौट गईं। मामला ओरछा थाने क्षेत्र का है।