दुर्ग : शहर में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। लगातार बढ़ रहे कोरोना के केस को देखते हुए कलेक्टर ने जिले में 6 से 14 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन की घोषणा की है। उधर, गुरुवार को कोरोना ने एक ASI की जान ले ली है। ASI CSP कार्यालय दुर्ग में रीडर था। कोरोना से ASI की मौत के बाद CSP ने भी खुद को आइसोलेट कर लिया है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग CSP विवेक शुक्ला ने बताया कि ASI (रीडर) प्रकाश दास (54 वर्ष) का कोविड-19 टेस्ट कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। 30 मार्च को प्रकाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति गंभीर हुई। गुरुवार शाम करीब 5 बजे उनकी मौत हो गई।
कलेक्टर ने कहा- संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आम नागरिकों से अपील की है कि जिले में संक्रमण के तेज प्रसार को नियंत्रित करने यह बहुत जरूरी है कि लॉकडाउन के माध्यम से कोरोना की गतिशीलता को नियंत्रित किया जाए। इसके लिए नागरिकों का सहयोग बेहद जरूरी है। पूर्व में जिले में लॉकडाउन लगाए गए थे और जन सहयोग से कोरोना की पहली लहर को रोक पाने में सफलता मिली थी। इस बार भी कोविड संकट के दौर में धैर्य की जरूरत है ताकि कोविड संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।
कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि घर में रहें, सुरक्षित रहें। पिछली बार की तरह हमने लॉकडाउन में सम्पूर्ण संयम का परिचय दिया तो कोविड की गंभीरता से पूरी तरह से बच सकेंगे। उन्होंने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों से नजदीकी टीकाकरण केंद्र पहुंचकर टीका लगवाने का आग्रह किया। कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि कोरोना के लक्षण उभरते ही टेस्ट कराएं। साथ ही पॉजिटिव आने पर चिकित्सक की सलाह पर कार्य करें। पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने पर भी टेस्ट कराएं। पॉजिटिव मरीजों के आइसोलेशन का पूरा ध्यान रखें।
कलेक्टर ने कहा है कि जिले के समक्ष यह कठिन परिस्थिति है। यदि इस समय पूरे संयम और दृढ़ता से इस परिस्थिति का मुकाबला किया तो निश्चय ही हम अपने परिवारजनों और प्रियजनों को इस विपदा से सुरक्षित रख सकेंगे।
दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा
जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़े दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं। अगर पिछले 26 मार्च से लेकर 1 अप्रैल तक कोरोना संक्रमण के आंकड़े देखें तो इन सात दिनों में 6344 एक्टिव केस मिले हैं, जबकि 38 लोगों की जान गई है।
तारीख | एक्टिव केस |
26 मार्च | 988 |
27 मार्च | 1128 |
28 मार्च | 785 |
29 मार्च | 509 |
30 मार्च | 769 |
31 मार्च | 1199 |
1 अप्रैल | 996 |