रायपुर : पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह पर कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने आय से अधिक संपत्ति जमा करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय में की गई। अब प्रदेश सरकार के पास दिल्ली से इस शिकायत को ट्रांसफर कर उचित कदम उठाने को कहा गया है। शिकायतकर्ता विनोद तिवारी ने मंगलवार को ई-मेल के जरिए मुख्य सचिव ने इस मामले में अब तक हुई कार्यवाही की जानकारी मांगी है। गृह मंत्रालय से रमन सिंह के खिलाफ शिकायत का पत्र 5 अप्रैल को प्रदेश के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को भेजा गया था।
हो सकता है केस दर्ज
शिकायतकर्ता विनोद तिवारी ने बताया कि 5 अप्रैल से मुख्य सचिव के पास पूरे मेरे द्वारा PMO को दिए तथ्य और पत्र भेजे गए हैं। इसे देखकर प्रदेश सरकार को कार्यवाही के लिए दस्तावेज भेजे गए हैं। मुझे उम्मीद है कि प्रदेश के मुख्य सचिव इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई करेंगे। मैंने ई-मेल भेजकर उनसे कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह की पूछताछ वगैरह के लिए मैं उपलब्ध हो सकता हूं। इस मामले में जल्द ही केस भी दर्ज हो सकता है। अप्रैल महीने के आखिर में इस मामले में बिलासपुर हाईकोर्ट में भी सुनवाई होनी है।
यह है पूरा मामला
4 अगस्त साल 2020 में कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने प्रधानमंत्री कार्यालय से डॉक्टर रमन सिंह और उनके बेटे अभिषेक सिंह की शिकायत की थी। तब PMO ने शिकायत रजिस्टर कर केस अवर सचिव को ट्रांसफ़र कर दिया था। विनोद ने कहा कि डाक्टर रमन सिंह छत्तीसगढ़ राज्य के 2003 से 2018 तक मुख्यमंत्री रहे। 1998 का चुनाव हारने के बाद रमन सिंह कर्ज में थे फिर 2003 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने 2018 तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे इनके परिवार के पास कोई खास आया का स्रोत नहीं है। मगर चुनावी शपथ पत्र में सोना, जमीन, नगद बैंक FD की जानकारी दी थी। मगर ये सब आया कहां से इसकी जानकारी नहीं है।