दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के मोर्चरी की तस्वीरें आपको विचलित कर सकती हैं। क्यों कि यहां का मंजर कुछ ऐसा ही है। मोर्चरी में शवों को रखने तक की जगह नहीं बची है। जिससे उन्हें जमीन पर ही रखना पड़ा रहा है। इन हालातों से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि कोरोना का संक्रमण किस कदर लोगों की जान ले रहा है। जिले में 7 दिन के भीतर 56 लोगों की मौत चुकी है।
कोरोना से हालात हुए बदतर
जिले में गंभीर मरीजों को अस्पतालों में आक्सीजन बेड नहीं मिल रहे हैं। वहीं रोजाना होने वाली मौतों की वजह से मोर्चरी के फ्रिजर में भी शव रखने की जगह नहीं है। यहां बनाए गए फ्रीजर में आठ शव रखने की क्षमता है। लेकिन, पिछले दो दिनों से यहां पर 15 से अधिक शवों रखा गया है। सिविल सर्जन पी. बालकिशोर ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से मौतें अधिक हो रही हैं। वैसे तो जिला अस्पताल की मोर्चरी में शव रखने के लिए जो व्यवस्था बनाई गई है, वह पर्याप्त है। इससे पहले कभी शव फ्रीजर से बाहर रखने की जरूरत नहीं पड़ी।
पिछले 7 दिनों में कोरोना से मौत
जिले में पिछले 7 दिनों से कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों को देखें तो औसतन हर रोज 8 मरीजों की मौत हो रही है। इसी लिए 7 दिनों में 56 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी हैं।
तारीख | कोरोना संक्रमितों की मौत |
31 मार्च | 7 |
1 अप्रैल | 7 |
2 अप्रैल | 7 |
3 अप्रैल | 10 |
4 अप्रैल | 10 |
5 अप्रैल | 6 |
6 अप्रैल | 9 |