दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में टोटल लॉकडाउन लगा हुआ हैं। लॉकडाउन के बावजूद भी कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा हैं। वहीं मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में लॉकडाउन के दौरान शादी, अंत्येष्ठी और तेरहवीं में 20 लोग ही शामिल हो सकेंगें। कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिया हैं। कोरोना को कंट्रोल करने को लेकर आदेश जारी किया गया हैं। जिले में पहले से ही टोटल लॉकडाउन 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक लगा हुआ हैं।
लॉकडाउन के बीच कलेक्टर का आदेश
दुर्ग जिला कलेक्टर डा. सर्वेशवर नरेन्द्र भुरे ने आदेश जारी किया हैं कि अब शादी, अंत्येष्ठी और तेरहवीं में 20 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगें। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया हैं। लॉकडाउन से पहले कई लोगो ने शादी व अन्य समारोह के लिए अनुमति ली थी। लेकिन जिले में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी हैं। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से सख्ती की जा रही हैं। इससे पहले तक 50 लोगो को शादी, अंत्येष्ठी और तेरहवीं में शामिल होने की अनुमति थी। लेकिन अब कलेक्टर ने नए आदेश जारी कर दिये हैं।
देखें आदेश :
दुर्ग में जारी का कोरोना का तांडव
दुर्ग जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार रात को 1786 नए मरीज मिलने के बाद कुल मरीजों की संख्या 51 हजार के पार हो गई है। लॉकडाउन के चौथे दिन सर्वाधिक 21 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। बढ़ते कोरोना मरीज और मौतों का आंकड़ा प्रशासन के मांथे पर चिंता की लकीर खींच रहा हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से अस्पतालों में इलाज को लेकर भी दिक्कतें हो रही है। बताया जा रहा है कि सरकारी अस्पताल के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी जगह की कमी पड़ने लगी हैं।
कुल जिले में 22 सरकारी और निजी अस्पताल
जिले के 22 सरकारी और निजी कोविड-19 अस्पताल है। जहां ना ऑक्सीजन बेड खाली है। और न ही वेंटिलेटर उपलब्ध है। मरीजों की हालत बिगड़ रही है। लगातार मौतों के आंकड़े बढ़ रहे हैं। जिले में 5 सरकारी और 17 निजी कोविड अस्पतालों में महज 706 ऑक्सीजन बेड है, 89 वेंटिलेटर है। जो अभी फुल हो चुके हैं।
जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति
कोरोना का संक्रमण रुक नहीं रहा हैं। पिछले 7 दिनों के अंदर 10441 लोग संक्रमित हुए हैं। इसके साथ ही 81 लोगो की मौत भी हो गई। जिले में 6 अप्रैल से लॉकडाउन भी लगा हैं। इसके बावजूद कोरोना की चेन टूटने का नाम ही नहीं ले रही हैं।
तारीख | एक्टिव केस |
3 अप्रैल | 857 |
4 अप्रैल | 995 |
5 अप्रैल | 1169 |
6 अप्रैल | 1838 |
7 अप्रैल | 1664 |
8 अप्रैल | 2132 |
9 अप्रैल | 1786 |