सीएम भूपेश बघेल ने कलेक्टरों से कहा – बिना थके, बिना रूके जीतना है कोरोना से लड़ाई
रायपुर : राज्य के सभी कलेक्टर अब जरूरत के अनुसार रेमडेसिविर व अन्य जरूरी दवाओं की खरीदी कर सकेंगे। सीएम भूपेश बघेल ने कोरोना के हालात की समीक्षा के दौरान ये निर्देश दिए। उन्होंने बालोद और मुंगेली में आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब की स्थापना को भी मंजूरी दी।
सीएम ने वर्चुअल बैठक में सोमवार को महासमुंद, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, कबीरधाम, मुंगेली, जीपीएम, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया और बलरामपुर जिले की समीक्षा की। सीएम बघेल ने कहा कि कोरोना पर तेजी से नियंत्रण के लिए हमें जिलों में पाॅजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से नीचे लाने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें बिना थके, बिना रूके कोरोना से लड़ाई जीतना है। सबके सहयोग और टीम भावना के साथ व्यवस्थित रूप से काम करने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षण वाले मरीजों को जल्द से जल्द उपचार देने के लिए स्वास्थ्य विभाग विशेषज्ञों के माध्यम से आवश्यक दवाईयों का किट तैयार करवाएं और मितानिनों के माध्यम से बंटवाएं।
अफसर दस-दस मरीजों से हर दिन फोन पर करें बात: सिंहदेव

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि होम आइसोलेशन वाले मरीजों का फालोअप किया जा रहा है। कलेक्टर, एसपी, सीएमएचओ, सीईओ और संभव हो तो जनप्रतिनिधि प्रतिदिन 10-10 मरीजों से टेलीफोन पर संपर्क कर उनकी स्थिति की जानकारी लेकर उनके उपचार में सहायता करें। बैठक में सीएस अमिताभ जैन, एसीएस स्वास्थ्य रेणु जी. पिल्ले, सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, श्रम सचिव अंबलगन पी., संभाग के कमिश्नर, आई.जी., सभी 11 जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।
क्वारेंटाइन व आइसोलेशन की व्यवस्था अलग हो
सीएम ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की रेल्वे स्टेशनों, बस स्टैण्डों तथा अंतर्राज्यीय सीमाओं के खासकर एंट्री प्वाइंट पर ही कड़ाई से टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए। टेस्टिंग की रिपोर्ट के आधार पर क्वारेंटाइन सेंटर और आइसोलेशन केन्द्र में उनको अलग-अलग रखने की व्यवस्था की जाए।
पोस्टर के बजाय अब घरों में स्टेंसिल पेंट से दी जाए पॉजिटिव मरीज होने की सूचना
सीएम ने कहा कि कोविड संक्रमित मरीजों के घरों में पोस्टर की जगह स्टेंसिल पेंट कर सूचना प्रदर्शित की जाए। उन्होंने कहा कि घरों में लगाए जाने वाले पोस्टर अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। घर में प्रदर्शित की जाने वाली सूचना का संदेश सकारात्मक हो एवं प्रेरणादायी नारों से युक्त हो। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग संदेश का प्रारूप डिजाइन कर उपलब्ध कराए। सीएम ने सभी जिलों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर वाले बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन की सप्लाई चैन, ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता और रोटेशन, मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता और उनकी भर्ती की प्रगति, रेमडेसिविर, दवा आदि की समीक्षा की।