रायपुर : गर्मी के पीक समय में इन दिनों प्रदेश में मानसून जैसे हालात हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कुछ इलाकों में 70 मिमी से ज्यादा बारिश हो गई। इससे मौसम पूरी तरह ठंडा हो गया है। प्राय: हर जिले में तापमान इतना कम हो गया है कि प्रदेश में ऐसा लग ही नहीं रहा है कि इस समय गर्मी का मौसम चल रहा है।
मौसम विज्ञानियों ने अगले कुछ दिनों तक वातावरण में विशेष बदलाव की संभावनाओं से भी इंकार किया है। छत्तीसगढ़ के ऊपर तो नहीं लेकिन पड़ोसी राज्यों में तीन-चार मौसमी सिस्टम बने हुए हैं। समुद्र से बड़ी मात्रा में नमी आ रही है। नमी के कारण ही राज्यभर में कहीं ज्यादा तो कहीं कम बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार को दोपहर बाद से ही राज्य के कई स्थानों में बारिश की गतिविधियां तेज होने लगी थीं, शाम से देर रात तक जमकर बारिश हुई। शनिवार दोपहर तक यानी 24 घंटों में बालोद के गुरूर में 74 और बस्तर के लोहंडीगुड़ा में 72.3 मिमी तक बारिश हो गई।
बस्तर के अलावा दुर्ग के आसपास ही कम दबाव का क्षेत्र ज्यादा ज्यादा सक्रिय रहा। इसके अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई। शनिवार को दिन में मौसम अपेक्षाकृत साफ रहा। कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हुई। दिन का तापमान सभी जगह सामान्य से काफी कम रहा। रायपुर में पारा 37 डिग्री रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है। अन्य जगहों पर भी यह 32 से 38 डिग्री के बीच रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से तीन से पांच डिग्री तक कम है। लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार रविवार को भी प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
आसपास सक्रिय सिस्टम, इसलिए बदल रहा मौसम
मौसम विज्ञानियों के अनुसार एक द्रोणिका पश्चिम मप्र से उत्तर अंदरूनी कर्नाटक तक 0.9 किमी ऊंचाई पर है। एक चक्रवाती घेरा पूर्वी यूपी और उससे लगे बिहार के ऊपर 0.9 किमी ऊंचाई पर है। एक ऊपरी हवा का घेरा गंगेटिक, बंगाल, झारखंड तथा बिहार के ऊपर 1.5 से 2.1 किमी ऊंचाई पर है।