Friday, March 29, 2024

छत्तीसगढ़ : हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के छात्र कर ले परीक्षा की तैयारियां ! सभी कॉलेजों में होगी परीक्षा, ऑनलाइन या ऑफलाइन पर फिलहाल फैसला नहीं हुआ

  • हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षा की कवायद शुरू की
  • केंद्रों में इजाफा : इस बार एग्जाम के लिए 34 की जगह 42 नए केंद्र बनाए गए

दुर्ग : हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जा रहा है। सेमेस्टर की परीक्षा अभी तक 34 महाविद्यालयों में होती थी, इस बार 42 महाविद्यालयों में होगी। अतिरिक्त महाविद्यालयों को छात्रों की संख्या और बैठक व्यवस्था को देखते हुए उपकेंद्र बनाया गया है।

इसके अलावा हर साल वार्षिक परीक्षा के लिए 126 महाविद्यालयों को केंद्र बनाया जाता था। इस बार सभी महाविद्यालयों में परीक्षा लेने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि शासन से आदेश मिलते ही परीक्षा संबंधी निर्देशों पर क्रियान्वयन किया जाए और इसमें किसी तरह की दिक्कतें ना हो। कोरोना की वजह से सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षा के ऑनलाइन या ऑफ लाइन होने पर अभी फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन परीक्षा संबंधी तैयारी की जा रही है। लॉकडाउन की घोषणा से पहले विश्वविद्यालय ने 6 अप्रैल से सेमेस्टर परीक्षा लेने की घोषणा की थी। लॉकडाउन के आदेश को देखते हुए परीक्षा आगामी तिथि तक के लिए स्थगित की गई।

लॉकडाउन में प्रोफेसर घरों से ले रहे ऑनलाइन क्लास
लॉकडाउन के दौरान प्रोफेसर घरों से ही ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। उनके सवालों के जवाब भी दिए जा रहे हैं। इसके माध्यम से आने वाले दिनों में संभावित वार्षिक और सेमेस्टर परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है। इसमें छात्रों को पांच साल पुराने अनसॉल्व्ड पेपर्स हल कराए जा रहे हैं। गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य और अपर संचालक उच्च शिक्षा डॉ. सुशील चंद्र तिवारी ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के एप के माध्यम से संभाग स्तरीय ऑनलाइन क्लासेज ली जा रही हैं।

स्नातक स्तर पर अधिकांश कक्षाओं के कोर्स हुए पूरे
वाणिज्य संकाय के अंतर्गत बीकॉम एवं एमकॉम की कक्षाएं गर्ल्स कॉलेज में और साइंस तथा आर्ट्स विषय की कक्षाएं साइंस कॉलेज के माध्यम से ली जा रही हैं। स्नातक स्तर पर अधिकांश कक्षाओं के पाठ्यक्रम पूरे हो चुके हैं। इन दिनों रिवीजन कक्षाएं चल रही हैं। साथ ही संभाग के अन्य महाविद्यालयों में भी एप के जरिए क्लास ली जा रही है। इससे नारायणपुर और कांकेर के कॉलेज भी जुड़े हैं। अतिथि व्याख्याता भी ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। रोजाना क्लास ल रही हैं।

हार्डकॉपी के लिए शासन के आदेश का इंतजार
अभी 20 अप्रैल तक सौ रुपए विलंब शुल्क के साथ आवेदन लिए जा रहे हैं। अभी तक अंडर ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षा में बतौर नियमित, स्वाध्यायी, एटीकेटी और भूतपूर्व के रूप में परीक्षा में शामिल होने के इच्छुक 1.62 लाख छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन आवेदन किया है। इसमें हर साल की तरह स्वाध्यायी और आर्ट्स फैकल्टी के छात्रों की संख्या अन्य फैकल्टी के छात्र-छात्राओं की तुलना में अधिक है। विद्यार्थियों से परीक्षा केंद्रों में आवेदन की हार्डकॉपी ली जाएगी।

आप भी जानिए… क्यों लेते हैं आवेदन की हार्डकॉपी
परीक्षा विभाग के अफसरों का कहना है कि अक्सर देखने में आता है कि ऑनलाइन फार्म जमा करते समय छात्र नाम, माता या पिता का नाम, परीक्षा केंद्र की कोड संख्या, विषय कोड आदि लिखने गलती कर बैठते हैं। ऑनलाइन इंट्री विवि के परीक्षा विभाग के सॉफ्टवेयर में दर्ज हो जाता है। यह हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है। जब उसका हार्ड कॉपी से मिलान करते हैं तो कई गलतियां सामने आती हैं। ऐसे में उन छात्रों के नतीजे रोके जाने जैसी स्थिति बन जाती है या फिर उनके गलत नाम प्रिंट हो जाते हैं।

इस बार प्रश्न पत्र बनाने वाले को कर रहे नकद भुगतान
इस बार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में प्रश्न पत्र सेट करने वाले प्राध्यापकों को नकद भुगतान किया जा रहा है। एक तरफ उनसे प्रश्न पत्र लिए जा रहे हैं और दूसरी और उन्हें विश्वविद्यालय से निर्धारित मानदेय का भुगतान किया जा रहा है। अभी तक परीक्षा के बाद उनका भुगतान किया जाता रहा है। इसके अलावा उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण और प्रश्न पत्रों की छपाई की भी तैयारी की जा रही है। इसमें अक्सर हड़बड़ी होती है। साथ ही मूल्यांकन कार्य का भी बोझ रहता है। उसका भी भुगतान करना होता है। इसे देखते हुए इस बार नई व्यवस्था की गई है।

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