मुख्यमंत्री शिवराज ने मध्यप्रदेश में अल्प वर्षा को लेकर बड़ी बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 3-4 दिनों से पूरे प्रदेश से किसानों से मिल रहा हूं इस बार अगस्त पूरा महीना सूखा चला गया। कम बारिश में प्रदेश के कुछ जिले – 40 तक चले गए। अल्पवर्षा के कारण किसानों की फसलों में संकट आ गया है।
कुछ स्थानों में सोयाबीन, धान की फसल संकट की जद में आ गई है। हमें फसलों को बचाने की स्थिति और इस संकट से निपटने के लिए तैयार रहना है। मैं ऐसा मुख्यमंत्री नहीं हूं कि जो हाथ में हाथ धर के बैठ जाऊं। मेरी जितनी हैसियत है,सरकार की जितनी ताकत है उसमें जमीन आसमान एक कर दूंगा। मैं ऐसी स्थिति में चैन से नहीं बैठ सकता, नींद नहीं आती है, मैं बैठने वालों में से नहीं हूं। उन्होंने आगे कहा कि, पूरी सरकार संकट के समय में किसान भाइयों के साथ खड़ी है।
जल उपयोगिता समिति की बैठक जल्द हो- सीएम शिवराज
बिजली की डिमांड अपेक्षाकृत बढ़ गई है। जहां डैम में पानी की उपलब्धता है वहां से किसानों को पानी उपलब्ध कराएंगे। पेयजल एवं निस्तार की व्यवस्था के लिए एक बार आकलन कर ले। मेरे निर्देश है जल उपयोगिता समिति की बैठक जल्दी करे। प्रार्थना में बड़ी ताकत होती है , मैं भी महाकाल मंदिर में भगवान से प्रदेश में बारिश के लिए प्रार्थना करूंगा। किसानों को इस संकट की स्थिति से निपटने के लिए साइंटिफिक एडवाइज देंगे। साइंटिफिक एडवाइज का मतलब फसल बचाने हेतु जो वैज्ञानिक तरीके होंगे उनसे अवगत कराएंगे, किसानों को जागरूक करेंगे। मैं खुद किसान भाइयों से अपील करूंगा।