जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों जैसे कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2070 तक नेट जीरो भारत के हर राज्य में एक सोलर सिटी विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रत्येक प्रदेश में एक सोलर सिटी निर्मित करने की संकल्पना को मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा साकार रूप दिया जा रहा है। सांची को सोलर सिटी के रूप में विकसित किये जाने के प्रयासों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की जा रही है। इससे न केवल सांची शहर की ऊर्जा जरूरतों को नवकरणीय ऊर्जा से पूर्ण किया जाएगा बल्कि नागरिकों को ऊर्जा साक्षर भी बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 6 सितम्बर, यानी आज बुधवार को देश की पहली सोलर सिटी सांची का लोकार्पण करेंगे। सांची सोलर सिटी में सालाना लगभग 13,747 टन कार्बन डाई आक्साईड के उत्सर्जन में कमी आएगी, जो कि लगभग 2.3 लाख वयस्क वृक्षों के बराबर है।
सात करोड़ रुपये तक खर्च की बचत
सोलर सिस्टम से तीन मेगावट बिजली का होगा उत्पादन। सांची नगरीय क्षेत्र की जरूरत अनुसार बिजली का हो सकेगा उत्पादन। सात करोड़ रुपये तक खर्च की होगी बचत। लगभग 2.3 लाख वयस्क पेड़ों के बराबर आक्साइड के उत्सर्जन में आएगी कमी। सालाना 13 हजार 747 टन कार्बन डाई आक्साइड के उत्सर्जन में आएगी कमी । सोलर ऊर्जा सलामतपुर ग्रीड सप्लाई की जाएगी।
विशिष्ट अतिथि
रायसेन जिले के सांची स्टेडियम में बुधवार को दोपहर 1 बजे से होने वाले लोकार्पण कार्यक्रम में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सहकारिता मंत्री अरविन्द भदौरिया, अध्यक्ष ऊर्जा विकास निगम गिर्राज दंडोतिया, सांसद रमाकांत भार्गव, विधायक सर्वश्री रामपाल सिंह सुरेन्द्र पटवा और देवेन्द्र पटेल एवं जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत सिंह मीणा विशिष्ट अतिथि होंगे।