चीन 25 जनवरी 2023: चीन में कोरोना महामारी का ख़तरा अभी तक नहीं टल पाया है। बता दे कि यहां की करीब 80 प्रतिशत आबादी संक्रमण की चपेट में आ चुकी है और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। चीन ने भले ही दिसंबर से अब तक कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 60 हजार बताई हो, लेकिन हकीकत यह है कि यहां गली-कूचों और अस्पतालों में लाशों की भरमार है।
चीन ने भले ही दिसंबर में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या सिर्फ 60 हजार बताई है, लेकिन वहां की हकीकत कुछ और ही बयां करती है. विशेषज्ञों का कहना है कि चीन मृतकों का आंकड़ा छुपा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन में शवों के लिए ताबूत भी कम पड़ गए हैं. शवों को दफनाने के लिए ताबूत की डिमांड बढ़ रही है, जिससे उनके दाम बढ़ गए हैं. ऐसे में वहां अंतिम संस्कार का खर्च भी दो से तीन गुना बढ़ गया है. हालात ये हैं कि वहां श्मशान घाटों में लाशों को दफनाने के लिए लंबी लाइनें लग रही हैं।
चीन के शांक्सी प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन से चार गुना मौतें बढ़ गई हैं। श्मशानों पर अंतिम संस्कार के लिए लंबी कतार है। ऐसे में ताबूत बनाने वालों और अंतिम संस्कार उद्योग से जुड़े लोगों का काम भी बढ़ गया है। बढ़ी हुई मांग का असर दामों पर हुआ है। एक स्थानीय निवासी का कहना है कि कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या के कारण अंतिम संस्कार की व्यवस्था की लागत आसमान छू गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते एक महीने से यहां लगातार मौतें हो रही हैं।