नई दिल्ली. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में फिर से अफ्रीकी स्वाइन फीवर के मामले सामने आए हैं. खबर है कि असम के लखीमपुर जिले में 1 हजार से ज्यादा सुअरों को डॉक्टरों की एक टीम ने मार डाला. ये फैसले स्वाइन फीवर के खतरे को देखते हुए लिया गया.
लखीमपुर डिस्ट्रिक्ट एनिमल हसबेंडरी और स्वास्थ्य अधिकारी कुलधार साकिया ने बताया कि 10 डॉक्टरों की एक टीम ने 1 हजार से ज्यादा सुअरों को बिजली के झटके देकर मार दिया गया है.
लखीमपुर जिले में अफ्रीकन स्वाइन फीवर ने कहर बरपा रखा है. इसलिए सुअरों को करंट देकर मारा गया. अफ्रीकन स्वाइन फीवर वायरस एस्फ विरिडे परिवार का एक बड़ा हिस्सा है.
इसी साल देश के कई राज्यों में एवियन इन्फ्लूएंजा और अफ्रीकी स्वाइन फीवर को तेजी से फैलते देख असम सरकार ने दूसरे राज्यों से मुर्गी और सुरों के प्रवेश पर राज्य में प्रतिबंध लगा दिया था.
असम के पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री अतुल बोरा ने बताया कि असम और दूसरे उत्तर पूर्वी राज्यों में पोल्ट्री और सुअरों में स्वाइन फीवर को रोकने के लिए ये कदम उठाया गया है.
कोविड काल के दौरान 2020 मे भी असम में इसी तरह से हजारों सुअरों को मौत के घाट उतार दिया गया था. जनवरी में मध्य प्रदेश के दमोह जिले में भी स्वाइन फीवर के डर के बीच 700 से ज्यादा सुअरों को मार डाला गया था. देश के कई राज्यों में इस फीवर के मामलों को देखते हुए एहतियातन कई तरह के कदम उठाए गए हैं.