रायपुर : कोरोना की दूसरी लहर में सिरदर्द नए लक्षण के रूप में सामने आया है। तेज सिरदर्द के साथ स्वाद-गंध महसूस नहीं हो रही है तो कोविड टेस्ट कराना जरूरी हो गया है। हालांकि इस बार भी बुकार और सर्दी-खांसी कोविड के कामन लक्षण हैं। पेटदर्द और उल्टी-दस्त, बेचैनी तथा बेहद कमजोरी की शिकायत कर रहे लोग भी जांच करवाएं तो 70 फीसदी लोग पाजिटिव आ रहे हैं।
हालांकि इन लक्षणों के साथ सांस फूलने की शिकायत भी कोविड का बड़ा संकेत है और ऐसे मरीजों को तो ऑक्सीजन वाले बेड व आईसीयू में रखना पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि नए ट्रेंड में बुखार आने पर इंतजार किए बिना तुरंत कोरोना जांच जरूरी है। बुखार को इसलिए नजरअंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि अभी बुखार 10 से 12 दिन तक नहीं उतर रहा है। ऐसे में यह अगर कोरोना संक्रमण की वजह से आ रहा हो तो मरीज काफी खतरे में आ सकता है।
प्रदेश में 18 मार्च 2020 में प्रदेश में जब कोरोना का पहला केस राजधानी में आया, तब कोरोना के प्रमुख लक्षणों में गले में खराश व बुखार मुख्य लक्षण होते थे। कई लोगों सर्दी, खांसी व सांस लेने में तकलीफ होने लगी। छह माह लूज मोशन भी मुख्य लक्षणों में शामिल हो गया। चार माह पहले तक स्वाद व सुगंध महसूस न कर पाना, सिरदर्द लक्षण वाले मरीज कोरोना संक्रमित मिलने लगे। नए लक्षणों में कंजक्टिवाइटिस, पेट दर्द, थकान, बेचैनी भी शामिल हो गए।
सिरदर्द-घबराहट दो-तीन दिन रहे तो करवाएं टेस्ट
सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. युसूफ मेमन व सीनियर न्यूरो सर्जन डॉ. राजीव साहू के अनुसार गर्मियों के मौसम में सिरदर्द, बेचैनी, घबराहट को सामान्य माना जाता है। कई लोग इसे नजरअंदाज भी कर देते हैं। इन दिनों ऐसे लक्षण वाले मरीज कोरोना पॉजिटिव भी निकल रहे हैं। पेट दर्द व दस्त के लक्षण भी कई मरीजों में देखे जा रहे हैं। ऐसे में किसी व्यक्ति को यदि 2 या 3 दिन से अधिक यह समस्या हो, तो कोरोना जांच करवा लेनी चाहिए।
एक्सपर्ट व्यू….
इन दिनों कोरोना के जो भी मरीज सामने आ रहे हैं, उनमें 70 फीसदी ऐसे हैं जिन्हें सिर में दर्द रहा, बुखार हुआ और सुगंध-स्वाद भी खत्म हो गया। हालांकि इन सबमें कुछ दिन का बुखार काॅमन है। सांस फूलने की दिक्कत वाले मरीज भी काफी संख्या में पहुंच रहे हैं।
-डॉ. आरके पंडा, सदस्य कोरोना कोर कमेटी