National Desk : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ 40 किसान संगठनों के शीर्ष नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज देशभर में दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रेल सेवाओं को रोककर किसानों ने अपना विरोध दर्ज कराया।इस दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में ट्रेनें रोकी गईं और रेल सेवाएं को बाधित किया गया। इस बीच पंजाब के पटियाला में भी रेल रोको आंदोलन का अच्छा खासा प्रभाव दिखा। पटियाला रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी 12 बजे से बैठे हुए हैं। यहां बड़ी संख्या में महिलाएं भी पटरियों पर दिखाी दी हैं।
पटना में भी पटरी ब्लॉक
इस रेल रोको अभियान का असर बिहार के कुछ हिस्सों में भी देखने का मिला। पटना में जन अधिकार पार्टी के सदस्यों ने रेल पटरियों को जाम कर दिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों को उन्हें पटरी से हटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
हरियाणा के सोनीपत में भी किसानों ने रोकी रेल
हरियाणा के सोनीपत में भी बड़ी संख्या में किसान पटरियों पर बैठे हैं। रेलों की आवाजाही रोक दी गई है। पटरियों पर जमे कई किसान आराम से हुक्का पीते नजर आ रहे हैं।
राजस्थान के जयपुर में भी बीकेयू कार्यकर्ताओं ने रोका रेल का रास्ता
जयपुर में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने चार घंटे तक रेल का रास्ता रोका। बड़ी संख्या में संगठन के कार्यकर्ता यहां पटरियों पर बैठकर लगातार नारेबाजी करते रहे।
रांची में सीपीआई-एम के कार्यकर्ताओं ने किया पटरियों को ब्लॉक
रांची में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के कार्यकर्ताओं ने चार घंटे के रेल रोको प्रदर्शन के दौरान पटरियों को ब्लॉक कर दिया। सीपीआई-एम के कार्यकर्ता कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पटरियों पर चलते रहे।
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर रुकी उत्कल एक्सप्रेस
रेल रोको अभियान के तहत यूपी में भारी संख्या में किसान रेल पटरियों पर नजर आए। इस बीच ओडिशा के पुरी से हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया है। किसानों ने मोदीनगर में रेलवे ट्रैक को भी जाम कर दिया है। गाजियाबाद में भारी संख्या में किसानों ने रेल रोको अभियान में हिस्सा लिया है।
बेंगलुरु में किसानों का प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन में कर्नाटक के किसान भी शामिल हुए हैं। यशवंतपुर रेलवे स्टेशन पर कई किसान संगठनों के सदस्यों ने नारेबाजी की और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग की।
पश्चिम बंगाल में भी दिखा रेल रोको अभियान का असर
पश्चिम बंगाल के नादिया में कई किसान और राजनीतिक संगठनो रेल रोको प्रदर्शन में शामिल हुए। इसमें महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।