वाशिंगटन: गूगल के एक पूर्व कर्मचारी ने कंपनी पर मुकदमा दायर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि कंपनी के डिनर में एक महिला बॉस की सलाह नहीं मानने के बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया था. मुकदमे में कहा गया है कि यह घटना दिसंबर 2019 में मैनहट्टन रेस्तरां में डिनर के दौरान हुई थी. पूर्व कर्मचारी का कहना है कि वह यौन उत्पीड़न, लैंगिक भेदभाव, नस्ल भेदभाव और बदले का शिकार हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 48 वर्षीय ओलोहान ने कहा कि गूगल की प्रोग्रामेटिक मीडिया डॉयरेक्टर टिफनी मिलर ने डिनर के दौरान उनके शरीर को छुआ और उसकी तारीफ भी की। इस दौरान उन्होंने उससे यह भी कहा कि उनकी शादीशुदा जिंदगी अच्छी नहीं रही।उसकी शादी एक एशियाई मूल की महिला से हुई थी। मिलर भी एशियाई थीं, और इस बात को जानती थी। ऐसे में उनको लगता था कि एशियाई महिलाओं के प्रति मेरा आकर्षण है। हालांकि, ओलोहान ने बताया कि उन्होंने खुद को तुरंत इससे दूर कर लिया और अगले सप्ताह इस मामले को एचआर विभाग के पास भेज दिया।
गूगल के पूर्व कर्मचारी का आरोप है कि कथित घटना की शिकायत करने के बाद कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट ने कोई कार्रवाई नहीं की. मुकदमे में कहा गया है कि महिला ने कथित तौर पर एचआर डिपार्टमेंट से उसकी छोटी-छोटी गलतियों की सूचना दी. इस वजह से कर्मचारी को आखिरकार पिछले साल अगस्त में कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया गया. जबकि महिला कर्मचारी ने अपने पूर्व सहयोगी के आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें मनगढ़ंत करार दिया. वहीं कंपनी के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि यह मुकदमा झूठ से भरी घटनाओं के आधार पर एक असंतुष्ट पूर्व कर्मचारी द्वारा गढ़ा गया है.