Google LayOff: दिग्गज टेक कंपनी गूगल (Google) में बड़े लेवल पर छंटनी की घोषणा की गई है। गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc) के 12 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया गया है।
Google के मुताबिक, छंटनी ग्लोबल लेवल पर की जा रही हैं। इनमें सबसे अधिक असर अमेरिकी कर्मचारियों पर पड़ेगा। 20 जनवरी को Google की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने ऐलान किया है कि वह लगभग 12,000 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। यानी कंपनी अपने ग्लोबल वर्कफोर्स के 6% में कटौती कर रही है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ईमेल के जरिए कहा कि निकाले गए कर्मचारियों के प्रति मेरी सहानुभूति है। इस समय हम जहां हैं, उसकी मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। इसके अलावा सुदंर पिचाई ने कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों की मदद का भी ऐलान किया है। बता दें कि यह खबर कंपनी के समाचार ब्लॉग पर भी प्रकाशित की गई है। पिचाई ने कहा कि कंपनी ने पिछले दो साल में उल्लेखनीय वृद्धि के दौर में नियुक्तियां की थीं लेकिन आर्थिक रूप से तब की परिस्थितियां आज से अलग थी।
निकाले गए कर्मचारियों की कंपनी करेगी मदद
जिन कर्मचारियों की छंटनी हुई है उन्हें 2022 के बोनस और बाकी छुट्टियों के पैसे मिलेंगे। साथ ही 60 दिन की अतिरिक्त सैलरी दी जाएगी। कंपनी ने कहा कि हम Google में प्रत्येक अतिरिक्त साल के लिए 16 सप्ताह के वेतन के साथ दो सप्ताह से शुरू होने वाला एक सेवरेंस पैकेज भी पेश करेंगे। साथ ही निकाले गए कर्मचारियों को 6 महीने की हेल्थ सुविधा, नौकरी देने की सेवाएं और अन्य सहायता की पेशकश करेंगे।
सुंदर पिचाई ने भेजा मेमो नोट
अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने मेमो नोट में कहा, Googlers, मेरे पास शेयर करने के लिए बहुत ही खराब खबर है। हमने अपने वर्कफोर्स को 6% कम करने का फैसला किया है। करीब 12,000 कम हो जाएंगे। हमने पहले ही अमेरिका में प्रभावित कर्मचारियों को एक अलग ईमेल भेज दिया है। इसका मतलब कुछ अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली लोगों को अलविदा कहना होगा, जिन लोगों को नियुक्त करने के लिए हमने कड़ी मेहनत की और जिनके साथ काम करना पसंद किया। मुझे इसके लिए बहुत खेद है। मैं उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं जो हमें यहां तक ले गए। पिछले दो सालों में हमने गजब काम किया है, और खूब आगे बढ़े हैं।” पिचाई कहते हैं, “मैं अपने मिशन की ताकत, हमारे प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की वैल्यू और AI (artificial intelligence) में हमारे शुरुआती निवेश की बदौलत हमारे सामने बड़े अवसर को लेकर आश्वस्त हूं।”
ग्लोबल मंदी का असर
बता दें कि वैश्विक अर्थव्यवस्था और बढ़ती मुद्रास्फीति के बीच बड़े पैमाने पर दिग्गज टेक कंपनियों ने कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। हाल ही में Microsoft ने 10,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। इसके अलावा अमेजन ने भी लगभग 18000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है। इनमें करीबन एक हजार भारतीय कर्मचारी भी शामिल हैं। मेटा प्लेटफॉर्म इंक, ट्विटर इंक और Amazon.com इंक सभी ने अपनी रैंक घटा दी है। Google प्रमुख कार्यबल में कटौती से बचने वाले सबसे लंबे तकनीकी होल्डआउट्स में से एक रहा है। लेकिन कंपनी डिजिटल विज्ञापन में मंदी का सामना कर रही है और इसका क्लाउड-कंप्यूटिंग डिवीजन अमेज़ॅन और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प को पीछे छोड़ रहा है।
अन्य कंपनियों में भी छंटनी
इधर, कई दिग्गज भारतीय स्टार्टअप फर्म में भी बड़े लेवल पर छंटनी हो रही है। ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी 380 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है क्योंकि फूड डिलीवरी ग्रोथ में कमी आई है। हाल ही में Byju’s ने लगभग 1,100 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाल दिया। इसके अलावा, Unacademy, Vedantu, Lido, Frontrow, Lido जैसी स्टार्टप एडुटेक कंपनियां भी हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
छंटनी की वजह
– टेक कंपनियों ने कोविड के दौर में मांग पूरी करने के लिए जमकर भर्तियां कीं।
– कोविड का मुश्किल दौर निकलने के बाद लोगों ने ऑफिस जाकर काम करना शुरू किया, इससे कंपनियों की कमाई घटी और खर्च बढ़ गया।
– मंदी की आहट से मांग में और गिरावट की आशंका।
– दुनियाभर में महंगाई से लागत में इजाफा।