रायपुर : सीएम भूपेश बघेल ने दूसरे राज्यों में छत्तीसगढ़ आने वाले प्रवासी श्रमिकों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखने और उनका कोराना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के कई ग्रामीण इलाकों में अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिक व दूसरे अन्य लोगों के संक्रमित होने की जानकारी मिल रही है।
संक्रमण रोकने के लिए यह जरूरी है कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को गांव, घर-परिवार के बीच जाने देने के बजाय एहतियात के तौर पर उन्हें कुछ दिनों तक गांव के बाहर स्थापित क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराया जाए। साथ ही, उनका कोरोना टेस्ट भी कराया जाए। कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही उन्हें गांव एवं घर-परिवार में जाने की अनुमति दी जाए। थोड़ी सी सावधानी बरतकर हम गांव और ग्रामीणों को संक्रमित होने से बचा सकते हैं। सीएम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग के ग्रामीण इलाके के मितानिनों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से गांवों में संक्रमण की स्थिति की जानकारी ले रहे थे।
निर्देश न मानने वालों की सूचना अफसरों को दें
सीएम ने कहा कि पंचायत पदाधिकारी, सभी विभागों के ग्रामीण अमले के कर्मचारी विशेषकर मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, कोटवार बाहर से आने वालों को क्वारेंटाइन सेंटर में रहने के लिए समझाइश दें। निर्देश का पालन नहीं करने वालों की सूचना तत्काल संबंधित तहसीलदार, एसडीएम व जिला प्रशासन को दी जानी चाहिए। इस दौरान सीएम ने रायगढ़ जिले के तमनार के एक ही मोहल्ले में 30 से अधिक लोगों के संक्रमित होने पर मितानिन से विस्तार से चर्चा की। मितानिन ने बताया कि सभी लोग बाहर कमाने गए थे। अभी लौट कर आए हैं। कोरोना जांच में सभी पॉजिटिव मिले हैं।
कमोबेश अन्य क्षेत्रों की मितानिनों व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने भी इसी तरह की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी के सहयोग एवं सावधानी से ही कोरोना को रोकने और उसे परास्त करने में कामयाबी मिलेगी। सीएम ने मितानिन और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताआें से बातचीत के दौरान कहा कि आप सब की सेवा का परिणाम है कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने लगी है। कोरोना के गंभीर स्थिति वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है। मरीजों की रिकवरी भी तेजी से होने लगी है। राज्य में अस्पताल, इलाज, दवा, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू, वेंटिलेटर आदि को लेकर अब पहले जैसी स्थिति नहीं रही है। राजधानी रायपुर-बिलासपुर में मरीजों का दबाव कम हुआ है।
छत्तीसगढ़ में मेडिकल आक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध
कोरोना मरीजों के उपचार के लिए प्रदेश में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। संक्रमण एवं उपचार की स्थिति बेहतर से मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता भी लगातार कम हो रही है। छत्तीसगढ़ में 26 अप्रैल को 169टन, 27 अप्रैल को 155 टन, 28 अप्रैल को 149 टन, 29 अप्रैल को 114 टन, 30 अप्रैल को 130 टन आैर 1 मई को 97 टन तथा 2 मई को 104.72 टन मेडिकल आक्सीजन की खपत हुई है। उल्लेखनीय है कि इस संकट काल में छत्तीसगढ़ में उत्पादित मेडिकल ऑक्सीजन अन्य राज्यों की कोरोना पीड़ितों के लिये संजीवनी का काम कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर संक्रमण के समय न केवल छत्तीसगढ़ में मेडिकल आक्सीजन की पर्याप्त सप्लाई की गई बल्कि शेष आक्सीजन की सप्लाई जरूरतमंद राज्यों को भी की गई है।