Dhaka : प्रधानमंत्री 26 मार्च को पड़ोसी देश के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए शेख हसीना के निमंत्रण पर बांग्लादेश गए हैं। पश्चिम बंगाल के पहले चरण के चुनाव के दौरान पीएम मोदी विदेश यात्रा पर रहेंगे। मोदी 26 और 27 मार्च क़ो बांग्लादेश में रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार से बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। कोविड महामारी के आने के बाद यह पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा है। पीएम मोदी के स्वागत में बांग्लादेश की राजधानी को पूरी तरह सजा दिया गया है। जगह-जगह पोस्टर लगे हैं और कई जगह भारत-बांग्लादेश जिंदाबाद नारे लिखे बैनर भी लगाए गए हैं।
पीएम मोदी ने लिखा खास लेख
बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने के मौके पर पीएम मोदी ढाका पहुंच रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश के प्रतिष्ठित अखबार ‘द डेली स्टार’ में एक खास लेख लिखा। अपने लेख में पीएम मोदी ने बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान को याद किया। उन्होंने बांग्लादेश के गठन में शेख मुजीबुर्रहमान के संघर्ष को सलाम किया। उन्होंने लिखा कि जब हम बंगबंधु के जीवन और संघर्ष को देखते हैं, उससे बिल्कुल साफ हो जाता है कि इस महाद्वीप के सपने एक जैसे हैं। अगस्त 1975 में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान और उनके परिवार के सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी गई। उनके हत्यारे बांग्लादेश की आजादी नहीं चाहते थे। वे बंगबंधु के शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण उपमहाद्वीप के निर्माण के सपने को नष्ट करना चाहते थे। बंगबंधु का जीवन संघर्षभरा रहा है। उत्पीड़न और क्रूरता का सामना करते हुए वह बेखौफ खड़े रहे। बंगमाता शेख फाजिलतुन्नेस उनकी ताकत थी। पीएम मोदी ने अपने लेख में लिखा कि बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान को भारत में भी बड़े सम्मान के साथ देखा जाता है और उनकी सोच को सराहा जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान भारत-बांग्लादेश के बीच पांच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने यह जानकारी दी। मोमेन ने कहा कि एमओयू की संख्या कम या ज्यादा हो सकती है, लेकिन कम से कम पांच एमओयू पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत का नया वीवीआईपी विमान ‘एयर इंडिया वन’ पहली बार विदेश यात्रा पर निकला है। पीएम मोदी जिस वीवीआईपी विमान से बांग्लादेश गए हैं, यह वही विमान है, जिसे अमेरिका से मंगवाया गया है और इसमें भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री यात्रा करेंगे।
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए विशेष रूप से निर्मित पहला बी777 विमान एक अक्टूबर को अमेरिका से भारत आया था। विमान को जुलाई में ही विमान निर्माता कंपनी बोइंग द्वारा एअर इंडिया को सौंपा जाना था, लेकिन दो बार इसमें देरी हुई। पहली बार कोविड-19 महामारी के कारण देरी हुई, फिर तकनीकी कारणों से इसमें कुछ हफ्तों की देरी हुई। ये दोनों विमान 2018 में कुछ महीनों के लिए एअर इंडिया के वाणिज्यिक बेड़े का हिस्सा थे, जिन्हें फिर वीवीआईपी यात्रा के लिए इसे विशेष रूप से पुनर्निमित करने के लिए अमेरिका के डलास भेज दिया गया।
अधिकारियों की मानें तो दोनों विमानों की खरीद और इनके पुनर्निर्माण की कुल लागत लगभग 8,400 करोड़ रुपये आंकी गई है। बी777 विमानों में अत्याधुनिक मिसाइल रोधी प्रणाली है, जिसे लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्रारेड काउंटरमेजर्स और सेल्फ-प्रोटेक्शन सूट्स (एसपीएस) कहा जाता है। पहले बताया गया था कि वीवीआईपी की यात्रा के दौरान दोनों बी777 विमानों को एअर इंडिया के पायलट नहीं, बल्कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के पायलट उड़ाएंगे। हालांकि, आज कौन उड़ा रहा था, इसकी सूचना नहीं आई है।
अभेद सुरक्षा मुहैया कराएगा यह विमान
एयर इंडिया वन अग्रिम और सुरक्षित संचार प्रणाली से लैस है जो हवा में भी ऑडियो और वीडियो संचार फ़ंक्शन का लाभ (बिना हैक हैक या टैप किए) उठाने की अनुमति देता है। माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान एयरफोर्स वन की तरह ही एयर इंडिया विमान अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और काफी सुरक्षित और अभेद है। इसमें दुश्मनों के अटैक का जवाबी हमला करने की भी क्षमता है। इस विमान में किसी आपात स्थिति से निपटने के सभी संसाधन मौजूद हैं।
और क्या हैं खासियत?
विमान की अन्य खासियत भी आपको हैरान कर देगी। बी777 विमानों में अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली हैं, जिन्हें लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटरमेजर्स (एलएआईआरसीएम) और सेल्फ प्रोटेक्शन सूट्स (एसपीएस) कहा जाता है। फरवरी में, अमेरिका ने भारत को यह दो रक्षा प्रणालियां 19 करोड़ डॉलर की कीमत पर बेचने की सहमति दी थी। दोनों विमानों में सुरक्षा के ऐसे उपकरण लगाए जा रहे हैं जो बड़े से बड़े हमले को नाकाम कर सकती है। यहां तक कि इस विमान पर मिसाइल अटैक का भी कोई असर नहीं होगा और यह काउंटर करने में भी सक्षम होगा। वर्तमान में, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति एअर इंडिया के बी747 विमानों से यात्रा करते हैं, जिनपर एअर इंडिया वन का चिह्न होता है।