नई दिल्ली: ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। अधिकारों के लिए महिलाएँ बीते 5 महीनों से सड़कों पर हैं। इस बीच ईरान में खेले गए फज्र इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय महिला खिलाड़ी तान्या हेमंत को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है। तान्या ने टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। लेकिन हिजाब पहनने के बाद ही उन्हें मेडल दिया गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी अथॉरिटीज ने तान्या को सिर पर स्कार्फ पहनने को कहा। इसके बाद तान्या ने स्कार्फ पहनाकर पोडियम पर गईं और अपना गोल्ड मेडल लिया। सोशल मीडिया पर इससे लेकर विवाद बढ़ गया है। क्योंकि ईरान में महिलाएं सड़क पर उतरकर हिजाब का विरोध कर रही हैं। कई महिलाओं को वहां की पुलिस ने जेल में डाल दिया है, लेकिन फिर भी आंदोलन नहीं थम रहा।
दूसरे नंबर की 19 साल की तान्या ने 30 मिनट तक चले मुकाबले में हमवतन तासनिम मीर को हराकर फाइनल जीता। पहले गेम में आसान जीत दर्ज की। दूसरे गेम को 21-7, 21-11 से अपने नाम किया। इसके बाद जब मेडल लेने की बारी आई तो तान्या को हिजाब पहने को कहा गया। ऐसा ही कुछ पिछले साल तसनीम के साथ हुआ था। उन्हें भी मेडल लेने के लिए हिजाब पहने को कहा गया था।
गौरतलब है कि इस टूर्नामेंट में महिला खिलाड़ियों को अपने मैच के दौरान हिजाब पहनने जैसी कोई पाबंदी नहीं थी। लेकिन मैच के दौरान किसी भी पुरुष का स्टेडियम में प्रवेश वर्जित रखा गया था। यानी कोई भी पुरुष महिलाओं को खेलते हुए नहीं देख सकता था।