नई दिल्ली : “हिम्मत ए मर्दा मदद ए खुदा” अपने ये कहावत तो जरूर सुनी होगी, इसका अर्थ ये है की “जो इंसान हिम्मत रखते हैं यानी कोशिश करना नहीं छोड़ते उनकी खुदा भी मदद करता है,यानी कि भगवान खुद सहायता करता है”. इसी कहावत का मिसाल बन कर उभरे हैं दिल वालो की दिल्ली से ख़ालिद समीर. आज हम आपको इसका जीता जागता उधारन देने जा रहे हैं.
दिल्ली के 25 वर्षीय स्थानीय निवासी ख़ालिद समीर ने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर डिग्री पढ़ाई संपन्ना कर भारत सरकार के आई.सी.सी.आर – विदेश मंत्रालय, बी.बी.सी इंडिया, एन.डी.टी.वी इंडिया और न्यूजलॉन्ड्री जैसे तमाम बड़े संस्थानों में बिना सिफारिश के छोटी उम्र में ही काम कर ट्रेनिंग हासिल की, बचपन से ही राजनीति में गहरी रूचि रहते तमाम राष्ट्रीय न्यूज़ चैनलों की चर्चाओं में हिस्सा लिया अपने तेज़ तर्रार सवालों से तमाम लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया व चर्चा का विषय बने साथ ही भारत की तमाम नामचीन हस्तियों, राजदूतों, राजनायिकों, राजनेताओं व प्रसिद्ध अभिनेताओं के साथ बारीकी से काम कर अनुभव लिया.
हाल ही में उनका चयन अमेरिका की प्रसिद्ध राजनीतिक सलाहकार की जनसंपर्क कंपनी में हुआ है, इस बारे में जब कंट्री न्यूज टुडे ने उनसे बात की तो उन्होंने बताया “यह सच है, सभी इंटरव्यू राउंड पास करने के बाद मुझे जॉब ऑफर मिल गया है, मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं कि मुझे यह ज़िम्मेदारी सौंपी गई है, एक साधारण परिवार में जन्म लेने के बाद, मेहनत के बल पर बिना किसी सिफ़ारिश के यहां तक पहुंचना मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं है और मैं अपने माता-पिता का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझ पर हमेशा से विश्वास व्यक्त किया और मुझे इस काबिल बनाया, अभी मैं भारत में रहकर ही काम करूंगा और महामारी का प्रकोप कम होने के बाद कंपनी के आदेशों का पालन करूंगा”
आपको बता दें कि हर साल लाखों छात्र पत्रकारिता का पथ चुनकर अपना भविष्य इसमें तराशते है, परंतु धैर्य न होने और जल्द सफलता ना मिले के कारण बीच में ही छोड़ कर चले जाते हैं, परन्तु ख़ालिद समीर इसकी एक जीती जागती मिसाल है कि एक सामान्य परिवार में जन्म लेने के बाद मेहनत और लगन के बल पर कुछ भी हासिल करना पूर्ण रूप से मुमकिन है.
(कंट्री न्यूज टुडे की टीम की तरफ से ख़ालिद समीर को इस उपलब्धि के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं, हम उनके उज्वल भविष्य की कामना करते हैं)