खानपान की गलत आदतों और खराब लाइफस्टाइल की वजह से किडनी की बीमारियां काफी बढ़ रही हैं. अधिकतर मामलों में लोग किडनी डिजीज के लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं, जिससे परेशानी काफी बढ़ जाती है.
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें इस बीमारी के होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है. डॉक्टर बताते हैं कि मोटापे से पीड़ित लोगों को किडनी में इंफेक्शन का रिस्क अधिक होता है. अगर इस समस्या पर तुरंत ध्यान न दिया जाए तो किडनी ट्रांसप्लांट तक की नौबत आ जाती है.
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. विकास कुमार बताते हैं कि किडनी खराब होने के कई कारण होते हैं. अधिकतर मामलों में इसकी शुरुआत यूरिन इंफेक्शन से होती है. यूरिनरी ट्रेक्ट में हुए इंफेक्शन से ऐसा होता है. किसी बैक्टीरिया ये संक्रमण से ये परेशानी शुरू होती है. अगर समय पर इसका इलाज न कराएं तो किडनी में भी इंफेक्शन होने का डर रहता है, जिससे बाद में किडनी भी खराब हो जाती है. मरीज की स्थिति गंभीर होने पर ट्रांसप्लांट तक करना पड़ता है. कुछ लोगों में किडनी डिजीज होने का खतरा अन्य लोगों की तुलना में अधिक होता है. मोटापे से पीड़ित लोग किडनी डिजीज का शिकार हो सकते हैं.
डॉ कुमार के मुताबिक, अगर किसी व्यक्ति केशरीर में वजन लगातार बढ़ रहा है तो किडनी पर भी प्रेशर बढ़ता है. वजन बढ़ने पर किडनी को शरीर से गंदगी फिल्टर करने में परेशानी होने लगती है, जिससे किडनी के फंक्शन पर असर पड़ने लगता है. अगर बॉडी से टॉक्सिन्स सही तरीके से बाहर नहीं निकलते तो और भी कई बीमारियों के पनपने का खतरा बना रहता है. ऐसे में जरूरी है कि अगर वजन बढ़ रहा है तो इसे कंट्रोल करना चाहिए.
क्या कहती है रिसर्च
यूके की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी की रिसर्च में पता चला है कि जिन लोगों में बॉडी मास इंडेक्स 30 या इससे अधिक है उनमें किडनी से संबंधित बीमारी होने का जोखिम अन्य लोगों की तुलना में अधिक है. इससे पता चलता है कि शरीर में बढ़ रहा मोटापा किडनी की सेहत के लिए ठीक नहीं है. रिसर्च में शामिल डॉ. शियाओगुआंग जू का कहना है कि किडनी की बीमारी के रिस्क को कम करने के लिए वजन का कंट्रोल में रहना काफी जरूरी है. जिन लोगों का बीएमआई 30 से ज्यादा हो गया है उन्हें विशेष ध्यान रखने की जरूरत है
वजन को ऐसे करें कंट्रोल
रोजाना एक्सरसाइज करें
डाइट में प्रोटीन और विटामिन शामिल करें
नींद पूरी लें
मानसिक तनाव न लें
डाइट में फैट की मात्रा कम रखें