न्यूयॉर्क 25 जनवरी 2023: अमेरिका में टेक कंपनियों में बड़े पैमाने पर छंटनी के कारण भारतीयों पर असर पड़ रहा है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन व्यक्तिगत रूप से समझते हैं कि नौकरी छूटने से परिवार पर क्या प्रभाव पड़ता है। पिछले कई हफ्तों में, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजॉन जैसे प्रमुख आईटी दिग्गजों ने हजारों तकनीकी पेशेवरों को निकाल दिया है, जिनमें से महत्वपूर्ण संख्या भारतीय-अमेरिकी या भारतीय आईटी पेशेवरों की हैं।
अमेरिका में जिन लोगों को नौकरी से बाहर किया गया है, उसमें बड़ी संख्या में भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स भी हैं। वे H-1B वीजा पर देश में रह रहे हैं। H-1B वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी श्रमिकों को नियोजित करने की अनुमति देता है। अगर वे कोई अन्य विकल्प नहीं खोज पाते हैं तो उन्हें 60 दिनों में देश छोड़ना पड़ता है।
बड़ी आईटी कंपनियों की बात करें तो गूगल से लेकर माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक तक में छंटनी का दौर जारी है। पहले माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक, अमेजन जैसी कंपनियों ने कर्मचारियों को नौकरी से बाहर किया। इसके बाद हाल ही में गूगल जैसी दिग्गज कंपनी ने अपने 12000 कर्मचारियों को बाहर करने की घोषणा कर दी। इससे पहले अमेजन से 18 हजार और मेटा से 10 हजार लोगों को निकाला गया था। 166 टेक कंपनियों द्वारा 65,000 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है। अर्थशास्त्रियों के अनुसार, 2023 में बड़ी स्तर पर छंटनी की जाएगी।