नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पीडीए साइकिल यात्रा की शुरूआत की है. जिसको लेकर सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि जब वह 5 साल तक सीएम थे, तो उन्हें पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की याद नहीं आई.
‘CM रहते पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की याद नहीं आई’
अखिलेश यादव की पीडीए फॉर्मूला में पिछड़े वर्ग, दलित और अल्पसंख्यक वोटर्स को साधने का प्लान है. जिसको लेकर ओपी राजभर ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा “उनकी पीडीए यात्रा जीतने का नारा नहीं देगी, दलितों और अल्पसंख्यकों का हक छीनने का नारा देगी. अखिलेश यादव 5 साल तक सीएम रहे, तब उन्हें पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की याद नहीं आई. अखिलेश यादव ने 27% समुदायों को मिलने वाले सभी लाभ केवल अपने समुदाय को दिए और अब वह फिर से उनके अधिकारों को छीनने की योजना बना रहे हैं. उनके पास कोई शक्ति नहीं है. यहां तक कि यूपी भी उनके लिए बहुत दूर है, दिल्ली तो दूर की बात है.”
अखिलेश यादव का क्या है पीडीए फॉर्मूला?
अखिलेश यादव की पीडीए फॉर्मूला में पिछड़े वर्ग, दलित और अल्पसंख्यक वोटर्स को लामबंदी के तौर पर देखा जा रहा है. आमतौर पर माय समीकरण यानी कि मुस्लिम और यादव के लिए जानी जाने वाली सपा अब गैर यादव ओबीसी और दलितों में पैठ बनाने की भी कोशिश के तहत पीडीए फॉर्मूला को 2024 के लोकसभा चुनाव में आजमाना चाहती है. ऐसे में देखना यह दिलचस्प होगा कि अखिलेश यादव के इस पीडीए फॉर्मूले पर 2024 में जनता कितना एतबार करती है.