रायपुर 7 जनवरी 2022: कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने आरक्षण विधेयक पर अब तक हस्ताक्षर नहीं होने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया? उन्होंने कहा कि भाजपा राजभवन के पीछे छिपकर आरक्षित वर्ग के पीठ पर छुरा घोंप रही है। ठाकुर ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि प्रदेश की 93 प्रतिशत आबादी को 76 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिले।
जब कर्नाटक में आरक्षण बिल पर राज्यपाल हस्ताक्षर कर देते हैं तो छत्तीसगढ़ के 76 प्रतिशत आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर में देरी क्यों? केंद्र सरकार द्वारा ईडब्ल्यूएस के लिए 10% आरक्षण लागू करने से 50 प्रतिशत आरक्षण की तय सीमा पार हो चुकी है जब देश में ही 50 प्रतिशत आरक्षण सीमा आगे बढ़कर 60 प्रतिशत हो चुका है।