दुर्ग : जिला कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण के मीडिया प्रभारी जावेद खान ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय के भिलाई मे दिये बयान की ‘केन्द्र की जन हितैशी नितियो को पुरा करने मे प्रदेश सरकार विफल साबित हो रही है’ पर पलटवार करते हुए कहा की उन्होंने उज्जवला योजना का नाम लिया है जब की वास्तविकता यह है की उज्वला योजना मे राज्य सरकार केवल सर्वे करती है और दुर्ग जिले मे आज भी 14000 हितग्राहियों को सर्वे सूची मे नाम होने के बावजूद गैस सिलेंडर नही मिल पाया है क्योकी केन्द्र सरकार ने उज्जवला योजना ही समय से पूर्व लक्ष्य पुरा हो गया है यह कह कर बंद कर दी है केवल जम्मू और कशमीर मे ही केन्द्र की मोदी सरकार की तुष्टीकरण की निती के तहत योजना चालू है अगर मै झूठ बोल रहा हूं तो यह बात वैशाली नगर के भाजपा विधायक ,विधारतन भसीन से पुछ लिया जाए क्योकी उनहोने ही विधानसभा के मानसून सत्र मे अनजाने मे यह प्रशन लगाया था जिसके जवाब मे खाद्य मंत्री अमर जीत भगत ने उनहे बताया की योजना केन्द्र सरकार ने बंद कर दी है इसलिए 14000 हितग्राहियो को गैस सिलेंडर नही मिल पाया ,विष्णु देव साय भाजपा के प्रदेश अधयक्ष है उनहे इतना तो मालूम होना चाहिए की लक्ष्य पुरा हो गया है कह कर मोदी सरकार ने योजना बंद कर दी है अनर्गल प्रलाप करने से क्या फायदा उसी तरह धान भारतीय खाध्दय निगम लेता है और बारदाना भी केन्द्र सरकार उपलब्ध करवाता है आज धान खरिदी पर प्रभाव पड़ रहा है तो उसकी ज़िम्मेदार मोदी सरकार है ना की प्रदेश सरकार,इतिहास मे पहली बार देखने मे आया है की एक राष्ट्रीय दल के विधायको ने केन्द्र सरकार की निजीकरण की मुहिम से तंग आ कर और जनता के कोपभाजन से बचने के लिए विधानसभा मे ही मुख्यमंत्री को कह दिया की नगरनार सयंत्र को बेचा जा रहा है तो छग सरकार इसे खरीद ले इसके पूर्व भी जब भाजपा केन्द्र मे सत्ता मे आयी थी तो छग के बालको सयंत्र का निजीकरण हुआ था और आज हम फिर उसी कगार पर है यह भाजपा के संसद और विधायको के लिए शर्म का विषय है विधायको को चाहिए था की मोदी सरकार पर दबाव बना कर नगरनार इस्पात संयंत्र के निजीकरण को निरस्त करवाते इस से पहले कभी भी भाजपा के विधायको को इतना असहाय और बेबस नही देखा गया जो की मोदी के राज मे नजर आ रहे है इतना सब जानते हुए भी विष्णु देव साय अनर्गल बयानबाजी कर रहे है जो की उनके कद को शोभा नही देता।