रायपुर : कोरोना की विकराल होती महामारी के बीच केंद्र और राज्य सरकारों के बीच खींचतान जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि केंद्र सरकार के पास काफी वेंटिलेटर मौजूद हैं। अभी कोई राज्य सरकार हमसे वेंटिलेटर नहीं मांग रही है। यह बयान सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने बताया है कि उसने 12 अप्रैल को ही 285 वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की मांग की है।
दिल्ली एम्स का दौरा करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि केंद्र सरकार के पास पर्याप्त वेंटिलेटर हैं। देश के किसी भी अस्पताल में वेंटिलेटर की कमी नहीं होने दी जाएगी। अभी कोई राज्य सरकार हमसे वेंटिलेटर नहीं मांग रही है। ज्यादातर राज्यों को जो वेंटिलेटर हमने दिए हैं, अभी उन सबका भी इस्तेमाल नहीं कर पाये हैं। उनके पास वेंटिलेटर लगाने के लिए जगह नहीं है।
इस बयान के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक प्रतिक्रया शुरू हुई। कहा गया है कि राज्य सरकार ने कोरोना के मद्देनजर केंद्र सरकार से 285 वेंटिलेटर जल्द से जल्द उपलब्ध कराने की मांग की है। स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लै ने 12 अप्रैल को ही केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव को पत्र भेज दिया है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अभी 514 वेंटिलेटर का उपयोग हो रहा है।
राज्य सरकार ने कहा, जरूरत का आंकलन कर लिया है
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव की ओर से केंद्र को भेजे गये पत्र में कहा गया है, प्रदेश के सभी जिलों में ऑक्सीजन की सुविधा वाले बिस्तर और ICU की सुविधा बढ़ाने के उपाय किए जा रहे हैं। वर्तमान में कोविड-19 के मामलों की अनुमानित संख्या को देखते हुए अप्रैल महीने के अंत में प्रत्येक कोविड अस्पताल में वेन्टिलेटर की आवश्यकता का आकलन किया गया है। इसके मुताबिक अभी राज्य में 285 वेन्टिलेटर की अतिरिक्त आवश्यकता है।
पिछली बार केंद्र ने 230 वेंटिलेटर दिये थे
केंद्र सरकार ने PM-CARE FUND से पिछली बार छत्तीसगढ़ को 230 वेंटिलेटर भेजे थे। रायपुर सांसद सुनील सोनी ने आरोप लगाया था, सरकार इनका उपयोग नहीं कर रही है। कांग्रेस नेताओं ने इन वेंटिलेटर के खराब होने का आरोप लगाया था। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्पष्ट किया था कि उसमें से केवल 70 वेंटिलेटर खराब थे। उनमें से 66 की मरम्मत करवाकर उन्हें उपयोग में लिया जा रहा है।