रायपुर. फल-सब्जियों में रोजाना हम चार-पांच सौ प्रतिशत अधिक कीटनाशकों का प्रयोग करते हैं. कीटनाशकों के इन भयंकर परिणामों को दुनिया भांप चुकी है और संभवत: यही वजह है कि आर्गेनिक फार्मिंग अर्थात् जैविक खेती के नाम पर दुनियाभर में बड़ी-बड़ी कंपनियां मुनाफा बटोरने में जुटी हुई है. सेहत का ख्याल रखते हुए अब किसानों को भी समझ आ गया है. ऐसे अनाज को उगाने से कुछ समय लाभ तो मिलेगा, लेकिन आने वाली पीड़ी खत्म हो जाएगी. लोगों का काफी बड़ा तबका ऐसे आर्गेनिक अनाजों की अधिक कीमत देने के लिए तैयार रहता है. यह जैविक खेती के महत्व को ही दर्शाता है.