नई दिल्ली, सितंबर 21। जैन भारत में जैन धर्म के अनुयायियों को दिया गया शीर्षक और नाम है। इस शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द जिन (“विजेता”) से हुई है। भारत में जैन कारोबारी काफी मशहूर हैं।
ये समुदाय बिजनेसमैन लोगों का समुदाय माना जाता है। देश में कई नामी जैन बिजनेसमैन हैं। यहां हम आपको टॉप 5 जैन कारोबारियों के बारे में बताएंगे, जिनके पास बहुत सारी संपत्ति है।
पहले नंबर पर हैं अडानी
हमारी लिस्ट में पहले नंबर पर हैं गौतम अडानी। शायद आपको पता न हो पर गौतम अडानी जैन समुदाय से संबंध रखते हैं। गौतम अडानी इस समय 150 अरब डॉलर की संपत्ति के सात दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार इस साल में उनकी संपत्ति में 73.4 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। वहीं आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 के अनुसार इस साल उनकी सपंत्ति में प्रति दिन 1,612 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। इससे अडानी ने अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस को हराकर दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में अपनी संपत्ति को इसी साल में दोगुने से अधिक कर लिया है। अडानी समूह के शेयरों की कीमतों में उछाल के चलते अहमदाबाद के अडानी की संपत्ति पिछले एक साल में 116 प्रतिशत बढ़ी और कुल मिलाकर उन्होंने 5,88,500 करोड़ रुपये अपनी संपत्ति में जोड़े।
दिलीप सांघवी

दूसरे नंबर पर हैं दिलीप सांघवी। उनकी संपत्ति इस समय है 14.8 अरब डॉलर। इस साल उनकी संपत्ति में 5.23 करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ है। दिलीप सांघवी (जन्म 1 अक्टूबर 1955) देश के सबसे धनी लोगों में से एक हैं। उन्होंने सन फार्मास्युटिकल्स की स्थापना की। भारत सरकार ने उन्हें 2016 में नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया। संघवी ने अपने व्यवसाय में अपने पिता की मदद करके शुरुआत की, जो कोलकाता में दवाओं, मुख्य रूप से जेनेरिक दवाओं की थोक डीलरशिप थी। इस काम के दौरान ही उन्होंने दूसरों के बनाए उत्पादों को बेचने के बजाय अपनी खुद की दवाओं के निर्माण के बारे में सोचा।
अश्विन सूर्यकांत दानी

तीसरे नंबर पर हैं अश्विन सूर्यकांत दानी। अश्विन सूर्यकांत दानी एंड फैमिली की संपत्ति इस समय 7.41 अरब डॉलर है। हालांकि उन्होंने इस साल 11.3 करोड़ डॉलर गंवा दिए हैं। बता दें कि अश्विन सूर्यकांत दानी एक भारतीय अरबपति व्यवसायी हैं, और 16 देशों में परिचालन वाली भारत की सबसे बड़ी पेंट कंपनी एशियन पेंट्स लिमिटेड के नॉन-एग्जेक्यूटिव अध्यक्ष हैं। वह दिसंबर 1998 से मार्च 2009 तक इसके उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रहे। अश्विन शीर्ष 50 सबसे अमीर भारतीयों में से हैं।
मंगल प्रभात (एमपी) लोढ़ा

चौथे नंबर पर हैं एमपी लोढ़ा। उनकी संपत्ति इस समय करीब 4.3 अरब डॉलर होने का अनुमान है। लोढ़ा (जन्म 1 दिसंबर 1955) एक भारतीय व्यापारी होने के साथ साथ राजनीतिज्ञ भी हैं। वह इस समय पर्यटन मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (महाराष्ट्र) के मंत्री हैं। वह भारतीय जनता पार्टी की मुंबई इकाई के अध्यक्ष रहे हैं। वह मुंबई स्थित रियल एस्टेट डेवलपर मैक्रोटेक डेवलपर्स के संस्थापक हैं।
रसेल मेहता

पांचवे नंबर पर हैं रसेल मेहता। उनकी संपत्ति इस समय करीब 3.50 अरब डॉलर है। वह रोज़ी ब्लू इंडिया के प्रबंध निदेशक हैं, जिसका कारोबार रिटेल, मीडिया, रियल एस्टेट, वित्तीय सेवाओं में फैला है। रसेल मेहता, बी अरुणकुमार एंड कंपनी के सह-संस्थापक अरुणकुमार मेहता के बेटे हैं, जिसकी स्थापना 1960 में मुंबई में हुई थी, और जो बाद में रोज़ी ब्लू बन गयी।