नई दिल्ली: भारत ने राहत सामग्री की पहली खेप तुर्की को भारतीय वायु सेना के विमान से भेजी है, जबकि बचावकर्मियों ने मंगलवार की सर्द रात में खोजबीन की, 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद मलबे से और बचे लोगों को निकालने की उम्मीद है. अभी तक प्राप्त आंकड़ो में बताया जा रहा है कि 4,300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. कई हजार लोग घायल बताए जा रहे हैं.बीते दिन तुर्किये में 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए थे।
भारत की ओर से भेजी राहत सामग्री की खेप में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। इसमें पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे।
जानकारी के मुताबिक, 100 सदस्यों की दो एनडीआरएफ टीम प्रशिक्षित श्वानों और आवश्यक उपकरणों के साथ भूकंप प्रभावित इलाके में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजी गई है। इसके साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम भी आवश्यक दवाओं के साथ रवाना की गई है।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत की मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) क्षमताएं कार्रवाई में हैं. भूकंप राहत सामग्री का पहला जत्था एनडीआरएफ खोज और बचाव दल, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ तुर्की के लिए रवाना हुआ.यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रभावित देश को हरसंभव मदद देने के निर्देश के बाद उठाया गया था।