रायसेन जिले के सांची स्तूप के पास एक पहाड़ी पर मौजूद बोधी वृक्ष 15 फीट ऊंची जालियों से घिरा हुआ है और आस-पास खड़े पुलिस के जवानों को देख यह पेड़ किसी VVIP की तरह ही लगता है.
रायसेन : सिक्योरिटी को लेकर आपने कई कहानियां सुनी होंगी लेकिन क्या आपने कभी ऐसे पेड़ के बारे में सुना है, जिसकी सुरक्षा में 24 घंटे सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहते हैं. अगर नहीं तो आज हम आपको एक ऐसे ही पेड़ का किस्सा बताने वाले हैं.

जी हां, हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के सांची स्तूप के पास एक पहाड़ी पर मौजूद बोधी वृक्ष के बारे में. ये पेड़ 15 फीट ऊंची जालियों से घिरा हुआ है और आस-पास खड़े पुलिस के जवानों को देख यह पेड़ किसी VVIP की तरह ही लगता है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि ये कोई साधारण पेड़ नहीं है, बल्कि उस बोधि वृक्ष के परिवार का हिस्सा है, जिसके नीचे बैठकर महात्मा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था. इस पेड़ की सुरक्षा में हर साल करीब 12 से 15 लाख का खर्चा आता है.

इस पेड़ को पानी देने के लिए विशेष तौर पर स्थानीय प्रशासन का टैंकर आता है. पेड़ को किसी तरह की कोई बीमारी ना हो इसलिए वक्त-वक्त पर कृषि अधिकारी भी यहां का दौरा करते रहते हैं.

अगर आप इतिहास के पन्नों को पलटकर देखें तो पता चलता है कि रायसेन जिले में मौजूद सांची स्तूप को मौर्य वंश के सम्राट अशोक ने बनवाया था. इसके पीछे एक खास उद्देश्य था. उन्होंने भगवान बुद्ध को श्रद्धांजलि देते हुए ये स्तूप बनवाने शुरू किए थे.