Saturday, April 20, 2024

कोरोना वैक्सीनेशन के लिए आखिर क्यों कोविशील्ड टीके के आपात इस्तेमाल को दी मंजूरी? ये है 4 वजह

 

New Delhi : कोरोना के टीके कोविशील्ड को जल्द मंजूरी मिलने के आसार बन गए हैं। शुक्रवार को सबजेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) की देर रात तक चली मैराथन बैठक में इस टीके को आपात इस्तेमाल की सिफारिश की है। टीके को लेकर विशेषज्ञों ने सैद्धान्तिक तौर पर सहमति प्रकट की है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एसईसी की बैठक की सिफारिश के आधार पर भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल टीके को आपात इस्तेमाल की मंजूरी की बाबत फैसला करेंगे। इस बैठक में सीरम इंस्टीट्यूट के टीके कोविशील्ड के अलावा फाइजर के टीके तथा भारत बायोटैक द्वारा विकसित टीके पर भी चर्चा हुई। खबर है कि फाइजर की तरफ से परीक्षणों के आंकड़े अभी दिए जाने हैं। जबकि भारत बायोटेक का तीसरा चरण अभी पूरा नहीं होने के कारण विशेषज्ञ जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहते हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ने आक्सफोर्ड यूनिवसिर्टी द्वारा विकसित टीके के तीनों चरणों के परीक्षण देश में किए हैं जिनके अब तक के नतीजे उत्साहजनक रहे हैं।

आक्सफोर्ड यूनिवसिर्टी के टीके को ब्रिटेन में भी मंजूरी मिल चुकी है। यह टीका देश की जरूरतों के भी अनुकूल है। सूत्रों का कहना है कि इस टीके को लेकर विशेषज्ञों में आम सहमति है। वे इसके आपात इस्तेमाल की मंजूरी पर सैद्धान्तिक रूप से सहमत हैं। इसलिए माना जा रहा है कि कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इसकी मंजूरी की घोषणा कर दी जाएगी। कोविशील्ड दो डोज का टीका है। जिसका भंडारण आसान है और इसके निमार्ण की तमाम तैयारियां सीरम इंस्टीट्यूट में हो रखी हैं।

कोविशील्ड टीके को मंजूरी मिलने की चार वजह

1- रखना आसान : कोविशील्ड को सामान्य फ्रिज में भी सुरक्षित रखा जा सकता है। आसानी से कहीं भी लाया ले जाया जा सकता है। वहीं, फाइजर व मॉडर्ना टीके को रखने के लिए -20 से -70 डिग्री सेल्सियस तापमान बेहद जरूरी

2- भारत में उत्पादन : सीरम इंस्टीट्यूट भारत में इस टीके का निर्माण कर रहा। कंपनी ने पांच करोड़ खुराक तैयार भी कर ली है और मार्च तक तकरीबन दस करोड़ खुराक तैयार हो जाने का लक्ष्य रखा है

3- कम कीमत: सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला पहले ही कह चुके हैं कि टीके के दो खुराक लगाए जाएंगे। दोनों की कीमत एक हजार रुपए से कम रखी जाएगी। भारत के लिहाज से यह बेहद जरूरी

4- नए वायरस पर कारगर: एस्ट्राजेनेका के मुख्य कार्यकारी पास्कल सोरियट ने दावा किया है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार यह टीका ब्रिटेन में फैले कोरोना के नए रूप पर भी कारगर होगा

जरूरी बातें

– पैसे की बर्बादी कम: सुरक्षित रखना आसान होगा तो सरकार को लोगों तक इसे पहुंचाने में ज्यादा पैसे नहीं खर्च करने पड़ेंगे।

– दो पूरी खुराक जरूरी: कोविशील्ड टीके की दो पूरी खुराक लेनी जरूरी होगी, इसके बाद अच्छे नतीजे सामने आएंगे। ऑक्सफोर्ड ने बयान जारी कर यह जानकारी दी थी।

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